दिल्ली। कानपुर शूटआउट के मोस्टवॉन्टेड विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने महाकालेश्वर मंदिर की पर्ची कटाई और इसके बाद खुद ही सरेंडर कर दिया. फिलहाल, स्थानीय पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है. यूपी पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने बकायदा स्थानीय मीडिया को अपने सरेंडर की खबर दी. इसके बाद उज्जैन के महाकाल थाने के पास उसने स्थानीय पुलिस के सामने सरेंडर किया है. पुलिस ने आरोपी विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया है और उसे थाने में लेकर आई है. सरेंडर की खबर के बाद एसटीएफ की टीम उज्जैन रवाना हो गई है.
चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगा कि मैं ही विकास दुबे
उज्जैन के जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि विकास दुबे महाकाल का दर्शन करने मंदिर में जा रहा था। उसी समय सुरक्षाकर्मियों ने उसको पहचाना और कंट्रोल रूम को सूचना दी। इसके बाद विकास दुबे वहां पर चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगा कि मैं ही विकास दुबे हूं। इसके बाद पुलिस की टीम ने उसको पकड़ा और कंट्रोल रूम में लेकर गई। कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित विकास दुबे उज्जैन में सुबह 7:45 अपने कुछ साथियों के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आया था। इस दौरान वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी उसे चौकी लेकर पहुंचे। बाद में उज्जैन एसपी मनोज सिंह दुबे को गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान मध्य प्रदेश पुलिस को इंटेलिजेंस से कुख्यात अपराधी विकास दुबे के उज्जैन आने की सूचना मिली थी। इसी आधार पर महाकाल थाना पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी की है।महाकाल मंदिर परिसर में पहुँच कर शख्स ने चिल्ला चिल्ला कर खुद को विकास दुबे बताया। मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्ड ने पकड़ा ओर पुलिस को दी सूचना । महाकाल थाना पुलिस युवक को गाड़ी मे बैठाकर कंट्रोल रूम तरफ लेकर गई। जानकारी के अनुसार विकास दुबे ने महाकाल दर्शन के बाद खुद को सरेंडर किया है। महाकाल मंदिर में उसने सिक्योरिटी गार्ड से कहा कि मैं विकास दुबे हुं और दर्शन करने आया हूं।
250 रुपये की पर्ची भी कटाई
विकास दुबे ने से महाकाल मंदिर की 250 रुपये की पर्ची भी कटाई और जैसे आम लोग दर्शन करते है वेसे ही दर्शन करने लाइन में लगा था। उसे इनकाउंटर का डर भी था यहि कारण है कि उससे अपने आप को सरेंडर किया है। तमाम सवाल भी इसके बाद उपज रहे है कि विकास दुबे इतनी सख्ती के बाद मध्य प्रदेश में कैसे प्रवेस कर गया और उज्जैन तक कैसे पहुंचा। एसपी मनोज सिंह तुरंत महाकाल चौकी पर पहुंचे और इस मामले में आगे पुछताछ की जा रही है बाद में उसे महाकाल थाने के बाद किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है जहां उससे पुछताछ की जा रही है।
पिछले कुछ दिनों से पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए हरियाणा और दिल्ली में दबिश दे रही थी। यूपी पुलिस विकास दुबे के पांच साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। वहीं कई साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
आज सुबह दो साथी का एनकाउंटर :
इससे पहले विकास दुबे के दो और साथी प्रभात मिश्रा व बउआ दुबे गुरुवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। पुलिस ने बताया कि कानपुर पुलिस टीम फरीदाबाद में गिरफ्तार विकास दुबे के खास प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी तभी बीच रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, इसी दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी। पुलिस ने भी गोली चलाई तो प्रभात घायल हो गया, अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं विकास का दूसरा साथी बउआ दुबे भी इटावा में मारा गया। यह जानकारी इटावा एसएसपी आकाश तोमर ने दी।
कार लूट कर भाग रहा था बउआ :
पुलिस अफसरों के मुताबिक रणबीर शुक्ला ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस को लूट की जैसे ही खबर मिली चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया। पुलिस और रणबीर शुक्ला के बीच फायरिंग शुरू हो गई। इस फायरिंग के दौरान रणबीर शुक्ला को ढेर कर दिया गया। हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे। इटावा पुलिस ने आस-पास के जिले को अलर्ट कर दिया है। रणबीर शुक्ला पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था