संवाददाता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 12 राज्यों की 95 सीटों पर सात मई को मतदान होना है. कुल 1352 उम्मीदवार मैदान में हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक, तीसरे चरण में 244 उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं, यानी उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी दी. जबकि 392 उम्मीदवारों (29 प्रतिशत) ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है. इस चरण में 123 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच ने आम चुनाव के तीसरे चरण में चुनाव लड़ रहे सभी 1352 उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामों को विश्लेषण किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 172 उम्मीदवारों (13 प्रतिशत) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. सात उम्मीदवारों के खिलाफ किसी न किसी मामले में अदालत में आरोप साबित हो चुके हैं. पांच उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या जैसा संगीन आपराधिक मामला (आईपीसी-302) दर्ज है. 24 प्रत्याशियों पर आईसीपी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत का मुकदमा दर्ज है. 17 उम्मीदवारों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले दर्ज हैं.
दो उम्मीदवारों पर दुष्कर्म के मामले
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, तीसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 38 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले दर्ज हैं. इनमें से दो उम्मीदवारों पर दुष्कर्म (आईपीसी की धारा 376) और एक ही महिला से बार-बार दुष्कर्म करने का आरोप है. ऐसे मामलों में दोषी करार दिए जाने पर कम से कम 10 साल का कठोर कारावास या आजीवन कारावास हो सकता है.
तीसरे चरण में कांग्रेस के 26 उम्मीदवार दागी
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरे चरण में कांग्रेस के 68 उम्मीदवारों में से 26 दागी हैं. इसी तरह भाजपा के 82 में से 22 उम्मीदवार (27 प्रतिशत) आपराधित छवि के हैं. सपा के 10 में से पांच उम्मीदवार , आरजेडी के सभी तीन उम्मीदवार, शिवसेना (यूबीटी) के पांच में से चार, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के तीन से दो, जेडीयू के तीन में से एक और टीएमसी के छह में से एक प्रत्याशी दागी है.
करोड़पति उम्मीदवार
एडीआर के विश्लेषण के अनुसार, तीसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 1352 उम्मीदवारों से 392 (29 प्रतिशत) करोड़पति हैं. कुल उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5.66 करोड़ रुपये हैं. भाजपा के 82 में से 77 उम्मीदवारों (94 प्रतिशत) की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक है. वहीं कांग्रेस के 68 में 60 उम्मीदवार (88 प्रतिशत) करोड़पति हैं. सपा के 10 में से नौ, जेडीयू के तीन, शिवसेना (यूबीटी) के पांच, एनसीपी के तीन, आरजेडी के तीन, शिवसेना (शिंदे गुट) के दो, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के तीन, और टीएमसी के छह में से चार उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है.
तीन सबसे धनवान उम्मीदवार
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरे चरण में दक्षिण गोवा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहीं भाजपा की पल्लवी श्रीनिवास डेम्पो सबसे अमीर उम्मीदवार हैं. उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 1361 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है. मध्य प्रदेश की गुना सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया दूसरे सबसे धनी उम्मीदवार हैं. जिनकी कुल संपत्ति 424 करोड़ रुपये अधिक है. वहीं, महाराष्ट्र के कोल्हापुर से कांग्रेस के छत्रपति शाहू शाहाजी तीसरे सबसे धनवान प्रत्याशी हैं, जिनकी कुल संपत्ति 342 करोड़ रुपये से अधिक है.
43 निर्वाचन क्षेत्र संवेदनशील
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में कुल 95 में से 43 निर्वाचन क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया है. यानी 43 लोकसभा सीटों पर तीन या उससे अधिक उम्मीदवार आपराधिक छवि के हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, उन निर्वाचन क्षेत्रों को संवेदनशील माना जाता है जहां तीन या इससे अधिक प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले में दर्ज होते हैं.