नई दिल्ली. बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दिल्ली में दो दिन की मीटिंग चल रही है। अमित शाह ने कहा, “बीजेपी वंशवाद की राजनीति नहीं करती। अगले 5 साल में बीजेपी का हर वर्कर पार्टी और उसके काम को आगे ले जाने का काम करेगा।” बता दें कि बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में मिशन 360 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसमें शाह ने एक सीक्रेट प्लान भी बनाया है। शाम को यहां नरेंद्र मोदी भी स्पीच देंगे।
पीयूष गोयल के मुताबिक शाह ने कहा, “मोदी ने जो नए भारत का विजन रखा है। नए भारत का सपना देश के 125 करोड़ लोगों का सपना है। यह बीजेपी के हर कार्यकर्ता का निश्चय है। इस काम में पूरी पार्टी अगले पांच साल तक पार्टी का विस्तार, पार्टी के काम का विस्तार और जनता के हितों के काम में हम लगने वाले हैं।”
“हिंसा की राजनीति करने वाले वाम दलों और बंगाल में जो राजनीति चल रही है उसकी हम निंदा करते हैं। हिंसा से बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है। इसका लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देने में बीजेपी सक्षम है। केरल में बीजेपी कार्यकर्ता पदयात्रा करके जनता के साथ जुड़ेंगे और केरल की जनता का आशीर्वाद और समर्थन इस हिंसा को रोकने में लेंगे। हमारा मानना है कि हिंसा की कीचड़ कोई कितना भी फैलाए बीजेपी का कमल और निखरकर सामने आएगा।”
राहुल गांधी भारत की उपब्लिधों को नकार रहे हैं। राहुल ने भारत में वंशवाद की बात कही। भारत की जनता इसे नकारती है। बीजेपी सुशासन की राजनीति में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि राजनीति ऐसी हो जो जनता की सेवा करने में लगे। देश में हर व्यक्ति के जीवन को सुधार सके। उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सके, बीजेपी ऐसी राजनीति में विश्वास करती है। भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है। साठ करोड़ से ज्यादा गरीब अपना भविष्य उज्ज्वल होता देख रहे हैं।”
“हिंसा की राजनीति करने वाले वाम दलों और बंगाल में जो राजनीति चल रही है उसकी हम निंदा करते हैं। हिंसा से बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है। इसका लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देने में बीजेपी सक्षम है। केरल में बीजेपी कार्यकर्ता पदयात्रा करके जनता के साथ जुड़ेंगे और केरल की जनता का आशीर्वाद और समर्थन इस हिंसा को रोकने में लेंगे। हमारा मानना है कि हिंसा की कीचड़ कोई कितना भी फैलाए बीजेपी का कमल और निखरकर सामने आएगा।”
राहुल गांधी भारत की उपब्लिधों को नकार रहे हैं। राहुल ने भारत में वंशवाद की बात कही। भारत की जनता इसे नकारती है। बीजेपी सुशासन की राजनीति में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि राजनीति ऐसी हो जो जनता की सेवा करने में लगे। देश में हर व्यक्ति के जीवन को सुधार सके। उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सके, बीजेपी ऐसी राजनीति में विश्वास करती है। भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है। साठ करोड़ से ज्यादा गरीब अपना भविष्य उज्ज्वल होता देख रहे हैं।”
बीजेपी का हो रहा विस्तार
गोयल के मुताबिक शाह ने कहा, “हम सबके लिए खुशी की बात है कि पीएम ने एक साल पहले जो बात कोझिकोड में रखी थी कि बीजेपी का विस्तार पूरे देश में हो। यह जिम्मेदारी बीजेपी के कार्यकर्ताओं को सौंपी गई। इसके तहत 3 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता बूथ पर जाकर बीजेपी के काम और नीतियों को लेकर काम कर रहे हैं।”
गोयल के मुताबिक शाह ने कहा, “हम सबके लिए खुशी की बात है कि पीएम ने एक साल पहले जो बात कोझिकोड में रखी थी कि बीजेपी का विस्तार पूरे देश में हो। यह जिम्मेदारी बीजेपी के कार्यकर्ताओं को सौंपी गई। इसके तहत 3 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता बूथ पर जाकर बीजेपी के काम और नीतियों को लेकर काम कर रहे हैं।”
अमित शाह ने 360 सीटें जीतने के लिए एक सीक्रेट इलेक्शन प्लान बनाया है। शाह के इलेक्शन प्लान की सीक्रेट रिपोर्ट दैनिक भास्कर के पास मौजूद है। बीजेपी 18 राज्यों की उन 123 लोकसभा सीटों पर प्लान को लागू करेगी, जहां दूसरी पार्टियां मजबूत रही हैं।
बीजेपी इस प्लान को सबसे पहले वहां लागू करेगी, जहां पार्टी बेहद कमजोर है। इनमें मध्य प्रदेश की रतलाम, छिंदवाड़ा, गुना, हरियाणा की रोहतक, छत्तीसगढ़ की दुर्ग, पंजाब की अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, संगरूर, पटियाला जैसी 18 राज्यों की 123 लोकसभा सीटें हैं। ये सीटें कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों का अभेद्य गढ़ रही हैं।
इन जगहों पर कांग्रेस और विपक्ष के बूथ वर्कर्स को बीजेपी अपने साथ जोड़ने के लिए कैम्पेन चलाएगी। साथ ही, देश की ढाई लाख पंचायतों में हारे हुए सरपंचों को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेगी। इस काम के लिए शाह ने अपनी सबसे बेस्ट टीम को जिम्मेदारी सौंपी है।
इन जगहों पर कांग्रेस और विपक्ष के बूथ वर्कर्स को बीजेपी अपने साथ जोड़ने के लिए कैम्पेन चलाएगी। साथ ही, देश की ढाई लाख पंचायतों में हारे हुए सरपंचों को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेगी। इस काम के लिए शाह ने अपनी सबसे बेस्ट टीम को जिम्मेदारी सौंपी है।
चुनाव को लेकर शाह के 3 गेम चेंजर आइडिया
लोकसभा की जिन सीटों पर बीजेपी कभी नहीं जीती या पिछली बार बड़े अंतर से हार गई, ऐसी सभी सीटों पर कांग्रेस के बूथ लेवल के वर्कर्स को पार्टी में शामिल करना, ताकि कांग्रेस को जड़ से कमजोर किया जा सके। चुनाव से पहले हर बूथ पर 20 दलितों की टोली तैनात होगी।
18 राज्यों की 123 लोकसभा सीटों पर अगले दो महीने में बीजेपी के प्रत्याशियों का पैनल बनाकर कैंडिडेट तय करना, ताकि उन्हें तैयारी करने का पूरा समय मिले। वे क्षेत्र में जाकर लोगों को जोड़ सकें।
देश की 2.5 लाख ग्राम पंचायतों में हारे सरपंच कैंडिडेट को जोड़ना। मौजूदा सरपंचों के खिलाफ एंटी इन्कम्बेंसी का डर है।
लोकसभा की जिन सीटों पर बीजेपी कभी नहीं जीती या पिछली बार बड़े अंतर से हार गई, ऐसी सभी सीटों पर कांग्रेस के बूथ लेवल के वर्कर्स को पार्टी में शामिल करना, ताकि कांग्रेस को जड़ से कमजोर किया जा सके। चुनाव से पहले हर बूथ पर 20 दलितों की टोली तैनात होगी।
18 राज्यों की 123 लोकसभा सीटों पर अगले दो महीने में बीजेपी के प्रत्याशियों का पैनल बनाकर कैंडिडेट तय करना, ताकि उन्हें तैयारी करने का पूरा समय मिले। वे क्षेत्र में जाकर लोगों को जोड़ सकें।
देश की 2.5 लाख ग्राम पंचायतों में हारे सरपंच कैंडिडेट को जोड़ना। मौजूदा सरपंचों के खिलाफ एंटी इन्कम्बेंसी का डर है।