संवाददाता
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री गाजियाबाद कमिश्नरेट की पुलिस की लापरवाही के कारण जन प्रतिनिधि और आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जनसभा स्थल पर लोगों की जेब मे रखे एक, दो, पांच, दस और 20 रुपये के सिक्के पुलिस ने छीन लिए और डायरियां फाड़ दी, जबकि न तो सिक्के लेकर जाने न डायरी लेकर जाने पर पाबंदी थी।
पुलिस द्वारा जनसभा स्थल में प्रवेश को लेकर जो गाइडलाइन जारी की गई थी, जनसभा स्थल में पहुंचने पर उससे भी अलग नियम होने से लोग परेशान हुए। जो लोग काली शर्ट, टी-शर्ट पहनकर आये थे, उनको पुलिस की सख्ती के कारण जनसभा स्थल में प्रवेश से पहले कपड़े बदलने पड़े।
इतना ही नहीं पुलिस ने वीआईपी गेट से एंट्री करने वाले लोगों के पास एक कोने से फाड़ दिए, इसके बाद जब लोग बैठने के लिए तय स्थान पर पहुंचे तो वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने पास फ़टे होने पर प्रवेश करने से रोका। पुलिस की ऐसी मनमानी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग तो जनसभा स्थल पर पहुंचने के बाद वापस भी लौट गए।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा, तमीज से बात करो
जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी जनसभा स्थल पर पहुंचीं तो उनको पास दिखाने के बाद भी कॉर्नर पर बने गेट से प्रवेश नही करने दिया गया। वह अपने पति बसन्त त्यागी का इंतजार करने के लिए सड़क पर खड़ी हुईं तो पुलिसकर्मी ने कहा कि ‘आगे बढिये, यहां से हटिये’। एक पुरुष दरोगा उनको हटाने के लिए वहां आ गया, ममता त्यागी ने कहा कि अरे भाई हट रहे हैं, लेकिन बात तो तमीज से करो।
तुम्हें ये भी नही पता कि एक जनप्रतिनिधि से कैसे बात करते हैं? इस बीच उनके पति बसन्त त्यागी भी वहां पहुंचे। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक को फोन पर मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष को रैपीड स्टेशन के गेट के पास से एंट्री करने के लिए बुलाया।