संवाददाता
जालंधर। जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती हो गई है. यहां आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू को बड़ी जीत मिली है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नतीजों पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि ये जीत कांग्रेस के गढ़ में मिली है. जनता ने आप सरकार के कामों पर मुहर लगाई है.
सुशील कुमार को 34 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले हैं. चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, आप उम्मीदवार को 3,02,097 वोट मिले. वहीं दूसरे नंबर पर रहीं कांग्रेस की करमजीत कौर चौधरी को 2,43,450 वोट मिले. शिरोमणि अकाली दल के सुखविंदर सुक्खी को 1,58,354 वोट मिले.
जालंधर सीट पर 16,21,800 रजिस्टर्ड वोटर्स हैं, जिसमें से 8,97,154 ने ही वोट डाले. इस तरह वोटर टर्नआउट 54.70% रहा. जिला प्रशासन ने शहर के कपूरथला रोड पर स्थित डायरेक्टर लैंड रिकॉर्ड स्टेट पटवार स्कूल और स्पोर्ट्स कॉलेज कैंपस में काउंटिंग सेंटर्स बनाए गए हैं.
क्यों हुए उपचुनाव?
दरअसल, जालंधर में उपचुनाव इसलिए करवाए गए, क्योंकि कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी की हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई थी. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जब ये पंजाब में पहुंची, तो उस वक्त उन्होंने भी इसमें हिस्सा लिया. यात्रा में हिस्सा लेने के दौरान 14 जनवरी को हार्ट अटैक के चलते उनकी मौत हो गई.
किस पार्टी से किसे मिला टिकट?
जालंधर उपचुनाव में कुल मिलाकर 19 उम्मीदवार मैदान में थे. इसमें 15 पुरुष और चार महिलाएं शामिल थीं. आम आदमी पार्टी ने सुशील कुमार रिंकू को मैदान में उतारा. वहीं, कांग्रेस ने चौधरी परिवार पर ही भरोसा जताया और संतोख की पत्नी करमजीत कौर को यहां से टिकट दिया. एसएडी-बीएसपी की तरफ से सुखविंदर कुमार सुक्खी मैदान में थे. अगर बीजेपी की बात करें, तो उन्होंने इंदर इकबाल सिंह अटवाल को टिकट दिया.
जालंधर उपचुनाव जीतने के लिए सभी पार्टियों ने 27 दिनों तक लगातार चुनाव प्रचार किया था. यह चुनावी लड़ाई सभी दलों के लिए प्रतिष्ठा के लिए बहुत अहम है, क्योंकि इससे राज्य में 2024 के आम चुनावों के लिए टोन सेट होने की संभावना है.