नई दिल्ली : कारगिल विजय दिवस की 21वीं वर्षगांठ पर आज पूरा देश शहीदों को नमन कर रहा है. पीएम मोदी ने इस मौके पर ट्वीट कर सैनिकों के शौर्य को नमन किया. पीएम मोदी ने कहा, ‘कारगिल विजय दिवस पर हम अपने सशस्त्र बलों के साहस और दृढ़ संकल्प को याद करते हैं.’
कारगिल विडय दिवस पर पीएम मोदी का ट्वीटपीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि जिन जांबांज सैनिकों ने 1999 में हमारे राष्ट्र की रक्षा की. उनकी वीरता अनेक पीढ़ियों को प्रेरित करती है.इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. राजनाथ के साथ रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे.
नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद राजनाथ सिंह ने विजिटर बुक में संदेश भी लिखा. लिए तीनों सेना प्रमुख भी पहुंचे. नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे और वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने भी शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा, ‘कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की निडरता, दृढ़ संकल्प और असाधारण वीरता का प्रतीक है. मैं उन सैनिकों को नमन करता हूं जिन्होंने दुश्मन का मुकाबला किया और भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. राष्ट्र सदा के लिए उनका और उनके परिवारजनों का कृतज्ञ है.’
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर शहीदों को याद किया. उन्होंने लिखा, ‘आज ऑपरेशन विजय की 21वीं वर्षगांठ है. इससे कारगिल की लड़ाई में निर्णायक भूमिका रही थी और सेना ने पाक को परास्त किया था.’
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का ट्वीटनायडू ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘कारगिल दिवस के दिन मैं उन शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा और देश की संप्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रखने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए.’ उन्होंने कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र सैनिकों की देशभक्ति और शौर्य को हमेशा याद रखेगा.
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. शाह ने कहा, ‘मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित भारत के वीरों पर देश को गर्व है.’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर शहीदों को नमन किया. राजनाथ ने ट्वीट कर लिखा, ‘कारगिल विजय दिवस वास्तव में उत्कृष्ट सैन्य सेवा, अनुकरणीय वीरता और बलिदान की भारत की गौरवशाली परंपरा का उत्सव है.’
राजनाथ ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि कारगिल की लड़ाई में अपने अंगों को गंवाने वाले कई सैनिक आज भी अपनी-अपनी जगहों पर देश की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने लिखा कि ऐसे सैनिकों ने देश के सामने उदाहरण पेश किए हैं.
शहीदों के प्रति कृतज्ञता जाहिर करते हुए रक्षा मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि वह सैनिकों के परिजनों को नमन करते हैं. उन्होंने लिखा कि अपनों को खोने के बावजूद देश के दुश्मनों को खदेड़ने के लिए सैनिकों के परिजनों का भी पूरा समर्थन देश को मिला.
भारतीय सेना ने सैनिकों के पराक्रम से जुड़ी एक वीडियो प्रस्तुति ट्वीट कर रणबांकुरों को श्रद्धांजलि दी. सेना ने ट्वीट में लिखा की कारगिल में हासिल की गई विजय एक अमर शौर्य गाथा है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ट्वीट कर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि पूरा देश सैनिकों का हमेशा ऋणी रहेगा.
एक वीडियो ट्वीट में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लिखा, ‘हमारे बहादुर जवानों और शहीदों को कारगिल विजय दिवस पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि.’ सेना की कामयाबी का जिक्र करते हुए जावड़ेकर ने लिखा कि 21 साल पहले उन्होंने पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी और दुश्मन के खिलाफ सीमाओं का बचाव किया.
जावड़ेकर ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘ऑपरेशन विजय के तहत देश के वीर सपूतों ने अपनी जान की बाजी लगाकर कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर विजय हासिल की. उन सभी जवानों को श्रद्धांजलि जिन्होंने हमारे राष्ट्र को सुरक्षित रखने के लिए अपना जीवन लगा दिया.’
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप सारंगी ने भी कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा की सैनिकों की वीरता भारत माता के प्रति त्याग हमेशा प्रेरित करती है.
भारत के अलावा विदेशों से भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है. एशियाई देश ब्रूनेई में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट कर शहीद सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को नमन किया.
गौरतलब है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इससे पहले शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक वीडियो प्रस्तुति भी तैयार करा चुका है. इसे पराक्रम गीत का नाम दिया गया है.
पराक्रम गीत को गीतकार प्रसून जोशी ने कलमबद्ध किया है, जबकि इस रचना को कैलाश खेर ने अपनी आवाज दी है. इसके बोल हैं, ‘मेरा देश मेरी जान है…’बता दें कि लगभग दो महीनों तक खिंची कारगिल की लड़ाई में 500 से अधिक जवान शहीद हुए थे.
बता दें कि भारतीय सेना ने कारगिल की बर्फीली पहाड़ियों पर करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद 26 जुलाई, 1999 को पाक को पराजित किया था. ‘ऑपरेशन विजय’ सफलतापूर्वक पूरा होने और जीत की घोषणा के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. इस युद्ध में देश के 500 से अधिक जवान शहीद हो गए थे.
शहीदों के योगदान और सैन्य स्थिति का जिक्र करते हुए रविवार को राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मुझे कहते हुए खुशी हो रही है कि 20 वर्ष पहले के मुकाबले मैंने लद्दाख में बहुत बड़ा बदलाव देखा, वो चाहे इक्विपमेंट प्रोफाइल हो, बंदूकें हों या ऐरियल एसेट्स हों.’उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दायरे में भारत हमेशा आत्मरक्षा के लिए कदम उठाता है. उन्होंने कहा कि देश ने साबित किया है कि हमारी ओर नापाक कदम उठाने वालों को हमेशा मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, आज 21 वर्षों के बाद भी यही भावना कायम है.