दिल्ली। असम में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार अखिल गोगोई को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम दिल्ली ले आई. उन्हें जोरहाट से दिल्ली लाया गया. कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के सलाहकार अखिल गोगोई को असम पुलिस ने 12 दिसंबर को जोरहाट से गिरफ्तार किया था और बाद में एनआईए को सौंप दिया था. एनआईए ने आईपीसी की धारा 120 (B), 124 (A), 153 (A), 153 (B) और UAPA की धारा 18, 39 के तहत मामला दर्ज किया है.
एनआईए ने किसान नेता अखिल गोगोई पर अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन अमेंडमेंट एक्ट (UAPA) के तहत केस दर्ज किया है. अखिल गोगोई पर नागरिकता कानून को लेकर लोगों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा है.
नागरिकता संशोधन कानून पर अखिल गोगोई का रुख हमेशा से केंद्र सरकार के खिलाफ रहा है. नागरिकता कानून बनने से पहले ही अखिल गोगोई ने कहा था कि अगर यह विधेयक पारित हो जाता है तो उत्तर पूर्व भारत समाप्त हो जाएगा. मुझे लगता है कि भारत के सभी लोकतांत्रिक लोग, जो संविधान और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं, उन्हें इस विधेयक का विरोध करना चाहिए.
गौरतलब है कि नागरिकता कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन जारी है. नॉर्थ-ईस्ट के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन अब थम गए हैं लेकिन देश की राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है.