गाजियाबाद। दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर वैशाली से मोहननगर मेट्रो फेज-तीन कॉरिडोर का निर्माण पहले होगा। बृहस्पतिवार को जीडीए, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) और एनसीआरटीसी के अधिकारियों की बैठक में यह तय हुआ। डीएमआरसी ने नोएडा से मोहननगर कॉरिडोर की तुलना में वैशाली से मोहननगर के कॉरिडोर पर चार गुना अधिक यात्री होने की बात कही। इस रूट पर मेट्रो के बराबर में रैपिड ट्रेन के कॉरिडोर का काम चलने से आसानी से निर्माण होने की बात कही। ऐसे में वैशाली से मोहननगर मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति जताते हुए जीडीए ने डीएमआरसी को 10 दिन में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) देने को कहा है।
डीएमआरसी से डीपीआर आने के बाद मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा। वर्तमान में वैशाली में ब्लू लाइन मेट्रो पकड़ने के लिए लोगों को दिलशाद गार्डन से शहीद स्थल मेट्रो के जरिए पहले मोहननगर मेट्रो स्टेशन उतरना पड़ता है। डीएमआरसी के सर्वे में नोएडा से मोहननगर रूट की तुलना में वैशाली से मोहननगर कॉरिडोर पर यात्रियों की संख्या लाखों में है। जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में डीएमआरसी के अधिकारियों ने नोएडा वाले रूट पर यात्रियों की कम संख्या का हवाला दिया। डीएमआरसी ने प्रस्तुत की गई अपनी सर्वे रिपोर्ट चार गुना यात्रियों के होने की बात कही।
दूसरी ओर वैशाली मेट्रो कॉरिडोर का विस्तार होने से लोगों के दिल्ली जाने के साथ नोएडा के सेंट्रल तक आसान पहुंच हो जाएगी। वैशाली मेट्रो कॉरिडोर का अधिकांश हिस्सा ग्रीन बेल्ट में आने और बराबर में रैपिड ट्रेन कॉरिडोर का काम जारी होने से कोई रुकावट नहीं आने और यातायात के बाधित न होने का हवाला भी दिया गया। एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने अपने प्रोजेक्ट में कोई बदलाव नहीं करने की बात कही है। इस पर जीडीए उपाध्यक्ष ने डीएमआरसी को डेढ़ सप्ताह में डीपीआर सौंपने और वैशाली कॉरिडोर के साहिबाबाद स्टेशन को रैपिड स्टेशन के नजदीक बनाने को कहा है।
साहिबाबाद मेट्रो पर बनेगा जंक्शन, फुटओवर ब्रिज से जुड़ेगा रैपिड स्टेशन
जीडीए में हुई बैठक में उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने वैशाली से मोहननगर मेट्रो कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर में साहिबाबाद पर प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन को रैपिड स्टेशन के बेहद नजदीक लाने को कहा है। निर्माण होने के बाद फुटओवर ब्रिज के जरिए मेट्रो के साहिबाबाद स्टेशन और रैपिड रेल स्टेशन को आपस में जोड़ा जाएगा। साहिबाबाद मेट्रो स्टेशन अब प्रमुख जंक्शन होगा। नोएडा से वसुंधरा कॉरिडोर पर आखिरी स्टेशन साहिबाबाद स्टेशन के नजदीक होगा। डीएमआरसी की संशोधित डीपीआर आने के बाद स्पष्ट होगा कि नोएडा वाले कॉरिडोर का वसुंधरा में आखिरी स्टेशन बनेगा या फिर उसे साहिबाबाद में प्रस्तावित जंक्शन से जोड़ा जाएगा।
वैशाली कॉरिडोर पर होंगे चार स्टेशन, बजट घटेगा
जीडीए अधिकारियों के मुताबिक वैशाली से मोहननगर के 5.06 किमी लंबे कॉरिडोर में कुल चार स्टेशन होंगे। पहला स्टेशन प्रहलाद गढ़ी, फिर वसुंधरा सेक्टर-14, साहिबाबाद और मोहननगर आखिरी स्टेशन होगा। डीएमआरसी की ओर से पहले तैयार की गई वैशाली कॉरिडोर के विस्तार की डीपीआर में कुल बजट 2162 करोड़ था। डीएमआरसी के अधिकारियों ने इस कॉरिडोर का बजट घटाकर 1700 से 1800 करोड़ तक लाने की बात कही है। दूसरी ओर वैशाली कॉरिडोर का पहले विस्तार होने पर नोएडा से साहिबाबाद 5.11 किमी लंबे कॉरिडोर में स्टेशन की संख्या पांच रह जाएगी।
प्रदेश सरकार से 50 फीसदी फंड की मांग की
डीएमआरसी को 10 दिनों में वैशाली से मोहननगर मेट्रो फेज-तीन कॉरिडोर की डीपीआर सौंपनी है। जीडीए अधिकारियों ने डीएमआरसी को फंडिंग पैटर्न में 50 फीसदी प्रदेश सरकार, 30 फीसदी में जीडीए व अन्य विभाग और केंद्र का 20 फीसदी अंशदान शामिल है। प्राधिकरण ने अकेले मेट्रो के बड़े प्रोजेक्ट को बनाने में असमर्थता की बात कही है। फेज-दो कॉरिडोर में फंडिंग पैटर्न में अंशदान की समस्या का जिक्र किया है।
अधिक यात्रियों की संख्या का हवाला देते हुए डीएमआरसी ने वैशाली से मोहननगर कॉरिडोर को प्राथमिकता देने की बात कही है। ऐसे में डीएमआरसी से 10 दिनों में इस कॉरिडोर की डीपीआर सौंपने को कहा है। – कंचन वर्मा, उपाध्यक्ष, जीडीए