नई दिल्ली/रायबरेली. रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और पंजाब के नवांशहर से कांग्रेस विधायक अंगद सिंह गुरुवार को विवाह बंधन में बंध गए। विधायक जोड़े ने दिल्ली के जोरबा होटल में सात फेरे लिए। समारोह में चुनिंदा लोगों को ही बुलाया गया था। शादी में कांग्रेस, भाजपा के अलावा अन्य दलों के नेता शामिल हुए।
अदिति और अंगद पहली बार बने विधायक
अदिति और अंगद दोनों ही 2017 में पहली बार विधायक बने हैं और दोनों को ही राजनीति विरासत में मिली है। 2017 के विधानसभा चुनावों में अंगद ने सबसे कम आयु के विधायक के तौर पर खुद की पहचान बनाई। अंगद के पिता विधायक प्रकाश सिंह सैनी और अदिति के पिता विधायक अखिलेश सिंह करीब 20 साल दोस्त रहे। दिसंबर 2018 में अंगद और अदिति की सगाई हुई थी।
पिता अखिलेश ने तय की थी बिटिया की शादी
अदिति की शादी उनके पिता ने तय की थी। अखिलेश सिंह और अंगद के पिता दोनों काफी समय से दोस्त रहे हैं। अखिलेश ने अपने रहते इसी दोस्ती को परवान चढ़ाया और रिश्तेदारी में बदल दिया।
25 को नवांशहर में बड़े स्तर पर होगा रिसेप्शन
अंगद और अदिति की शादी का रिसेप्शन 25 नवंबर को नवांशहर में बड़े स्तर पर होगा। इसमें 8 से 10 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है। रिसेप्शन पार्टी में कांग्रेस के छोटे से लेकर बड़े वर्कर तक को आमंत्रित किया गया है।
अदिति ने पिता की विरासत को आगे बढ़ाया
अदिति सिंह ने अमेरिका के ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई दिल्ली से की। अदिति उत्तर प्रदेश में सबसे युवा विधायकों में से एक हैं। लंदन में कुछ वक्त उन्होंने जॉब भी की है। मीडिया को दिए एक बयान में उन्होंने कहा था- मैं लंदन में खुश थी लेकिन रायबरेली का पिछड़ापन मुझे कचोटता था। यही वजह थी कि मैं वापस आई।
अंगद को भी विरासत में मिली राजनीति
अंगद ने 2017 में अपनी राजनीति की शुरूआत की और शहीद भगत नगर क्षेत्र से जीत हासिल की। युवा विधायक अंगद स्वर्गीय दिलबाग सिंह के परिवार से हैं, जिन्होंने रिकॉर्ड छह बार नवांशहर सीट जीती।