नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने सोमवार को भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने पर बधाई दी और कहा कि उन्होंने गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है. बनर्जी को उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो और अमेरिका के अर्थशास्त्री माइकल क्रेमर के साथ संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। उन्हें यह पुरस्कार ‘‘वैश्विक गरीबी उन्मूलन के लिए प्रयोगात्मक नजरिये’ के लिए मिला।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, अभिजीत बनर्जी को अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में 2019 का ‘सिवर्जेस रिक्सबैंक पुरस्कार’ से सम्मानित किये जाने पर बधाई. उन्होंने गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि अभिजीत बनर्जी की उपलब्धि से हर भारतीय को खुशी हुई है. उन्होंने एक बयान जारी कर उन दो अन्य अर्थशास्त्रियों को भी बधाई दी जिन्हें बनर्जी के साथ संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए चुना गया है. सोनिया ने कहा, अपनी शानदार उपलब्धि से देश को गौरवान्वित करने वाले प्रोफेसर बनर्जी और उनके साथी नोबेल विजेताओं ने वैश्विक गरीबी के उन्मूलन के लिए प्रयोगधर्मी रुख अपनाया जिससे भारत सहित पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद मिली. उन्होंने कहा कि उनकी पद्धति, रुख और प्रयोग अनुकरणीय तथा सामयिक दृष्टि से बहुत प्रासंगिक हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बनर्जी के नोबेल के लिए चयन से हर भारतीय को खुशी हुई.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अभिजीत बनर्जी का नोबेल पुरस्कार के लिए चयन होने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि बनर्जी ने लोकसभा चुनाव से पहले उनकी पार्टी की ओर से प्रस्तावित ‘न्यूनतम आय योजना’ (न्याय) की संकल्पना में मदद की थी. गांधी ने ट्वीट कर कहा, अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार हासिल करने के लिए अभिजीत बनर्जी को बधाई. उन्होंने कहा, अभिजीत ने ‘न्याय’ की संकल्पना में मदद की जिसमें गरीबी को नष्ट करने और भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की ताकत थी. गांधी ने दावा किया, अब हमारे यहां मोदीनॉमिक्स (मोदी का अर्थशास्त्र) है जो अर्थव्यवस्था को नष्ट कर रहा है. गरीबी को बढ़ावा दे रहा है.