गाजियाबाद। इंदिरापुरम थानाक्षेत्र में अपने मौसेरे भाई के अपहरण की धमकी देकर मौसा से पांच लाख रूपये मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में पीड़ित के साढ़ू के लड़के व उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपित शहर के नामी कालेज में पढ़ाई कर रहे हैं। शराब, गर्लफ्रेंड आदि शौक पूरा करने के लिए उन्होंने यह साजिश रची थी। मुख्य आरोपित ने अपने मौसा के मोबाइल पर मैसेज करके उनके बेटे के अपहरण की धमकी दी थी। पुलिस के मुताबिक उसने जिस नंबर मैसेज किया था। उसको खरीदने के लिए उसने अपनी आईडी ही लगाई थी।
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि बच्चे के पिता नोएडा की एक रियल स्टेट कंपनी में वित्तीय प्रबंधक हैं। वह परिवार के साथ वसुंधरा में रहते हैं। उनका बेटा कक्षा छह में पढ़ता है। आरोपित के मौसा के पास सोमवार सुबह 11 बजे एक अज्ञात नंबर से मैसेज आया था। जिसमें उनके बेटे के अपहरण की धमकी देकर पांच लाख रूपये मांगे गए थे। जिस वक्त मैसेज आया, उनका बेटा स्कूल में था।
सर्विलांस की मदद से आरोपित गिरफ्तार
पीड़ित पिता तुरंत सक्रिय हुए और पुलिस को मैसेज के बारे में जानकारी दी। जिस पर पुलिस बच्चे के स्कूल गई और बच्चे को सकुशल उसके पिता के हवाले कर घर भेज दिया। सर्विलांस से ट्रेस करने के बाद बुधवार को पुलिस ने बच्चे के मौसेरे भाई इंदिरापुरम निवासी शिवम परिहार को कनवानी से गिरफ्तार किया।
वहीं उसके दो अन्य साथी शाहदरा निवासी सुभाष व इंदिरापुरम निवासी शिवांश को साजिश में साथ देने के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक शिवम व अवनीश बीसीए की पढ़ाई कर रहे थे। वहीं शिवांश हरियाणा के एक कालेज से बीटेक कर रहा है। तीनों ने शराब समेत अपने अन्य शौक पूरा करने के लिए यह पूरी साजिश रची थी।
अगले निशाने पर था दोस्त
पकड़े गए आरोपित पहली बार इस तरह का अपराधिक कृत्य करने जा रहे थे। पुलिस के मुताबिक अगर यह योजना सफल रहती तो मोहननगर में रहने वाले अपने ही एक अन्य मित्र के अपहरण करने की योजना उन्होंने बनाई थी।
धमकी के बाद मौसा के घर पहुंचा मुख्य आरोपित
आरोपित शिवम ने सुबह 11 बजे पीडि़त के मोबाइल पर मैसेज कर अपहरण की धमकी दी। किसी को शक न हो, इसके लिए दोपहर तीन बजे वह मौसा के घर पहुंच गया। शाम तक मौसा के घर रहा। आरोपित आए दिन मौसा के घर जाता था। उसे जानकारी थी कि मौसा के घर मोटी रकम रखी हुई है।
अपनी ही आईडी से खरीदा था सिम
अपहरण की धमकी देने के लिए शिवम ने अपनी ही आईडी से सिम व मोबाइल खरीदा था। शिवांश को पैसे मांगने के लिए कॉल करने को कहा था। वहीं, अवनीश को रकम लेकर आनी थी। पुलिस ने आईडी से उसकी शिनाख्त कर धर दबोचा।