गाजियाबाद : सीबीआइ ने सेना के लिए डोंगल (इंटरनेट के लिए इस्तेमाल होने वाला उपकरण) खरीद घोटाले में चौथे आरोपित बीईएल के तत्कालीन डीजीएम सुभाष चंद्र अग्रवाल को दिल्ली से गिरफ्तार कर सोमवार को सीबीआइ कोर्ट में पेश किया। जज जगदीश प्रसाद ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में चार सितंबर तक जेल भेज दिया।
सीबीआइ के लोक अभियोजन अधिकारी कुलदीप पुष्कर ने अदालत को बताया कि बीईएल (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) के पूर्व वरिष्ठ इंजीनियर विश्वजीत पांडव ने पत्नी बरनाली बैरिक की कंपनी एक्सीजेंट सॉल्युशंस द्वारा बीईएल को सेना के लिए 1000 चाइनीज डोंगल की आपूर्ति कराई थी। सीबीआइ की विशेष कोर्ट आरोपित पति-पत्नी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज चुकी है। 54.50 लाख रुपये के डोंगल घोटाले में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड की पूर्व उप प्रबंधक मधु शर्मा को सीबीआइ ने 29 अगस्त को दिल्ली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सोमवार को सीबीआइ के अधिकारी वीर सिंह व बिजेंद्र सिंह ने दिल्ली के त्रिनगर से सुभाष चंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया।
इंजीनियर पर है चाइनीज डोंगल आपूर्ति करने का आरोप
विश्वजीत पर आरोप है कि उसने पत्नी की कंपनी बनाकर डोंगल की सप्लाई कराई। पत्नी की कंपनी एक्सीजेंट सॉल्युशंस का पूरा काम विश्वजीत ही करता था। उस समय वह बीईएल में कार्यरत था। इस मामले में सीबीआइ द्वारा जून 2019 में आरोप पत्र पेश किया गया था। कोर्ट ने पांच आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। चार आरोपितों को सीबीआइ गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर चुकी है। चारों इस समय डासना जेल में बंद हैं, जबकि एक्सीजेंट सॉल्युशंस का डायरेक्टर अजय कुमार आचार्य सीबीआइ की पकड़ से दूर है।