साहिबाबाद। अर्थला में झील की जमीन पर रहने वाले कुछ लोगों को सिद्धार्थ विहार योजना में मकान दिए जाएंगे। आविप ने सिद्धार्थ विहार के कांशीराम योजना में बने 47 मकानों की चाबी डूडा (डिस्ट्रक्ट अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी) को दे दी है। डूडा जल्द ही पात्र लोगों को इन फ्लैटों का आवंटन कर देगा।
एनजीटी के आदेश पर अर्थला झील की जमीन पर बने अवैध मकानों तो तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों प्रशासन और नगर निगम ने मिलकर कार्रवाई कर कई मकानों को ध्वस्त किया था। ऐसे में इन घरों से निकाले गए लोग बेघर हो गए थे। यह लोग प्रशासन से मकान की मांग कर थे। प्रशासन ने डूडा के तहत मकान देने का आश्वासन दिया था। अब इन लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण जगी है।
दरअसल, 2009 में आविप की तरफ से सिद्धार्थ विहार स्थित कांशीराम योजना में करीब दो हजार मकान बनाए गए थे। इनमें से 47 मकान किसी कारणवश आवंटित नहीं हो सके या पात्र लोग यहां रहने नहीं आए। इन मकानों को आविप ने डूडा को सौंप दिया है। डूडा इन मकानों को अर्थला में अपना मकान गंवाने वाले लोगों को देगी।
आविप के अधिशासी अभियंता अतुल कुमार सिंह ने बताया कि फ्लैटों का कब्जा डूडा को देने के लिए पत्र लिख दिया गया है। जल्द ही डूडा इसका कब्जा लेकर इन फ्लैटों का आवंटन कर देगा। डूडा के परियोजना अधिकारी का कहना है कि आविप की तरफ से कब्जा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। काशीराम योजना में जल्द ही फ्लैटों का कब्जा दिया जाएगा।