संवाददाता
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सर्वोच्च अदालत ने उन्हें एक जून तक अंतरिम जमानत दे दी है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला ऐसे समय में आया है जब दिल्ली में लोकसभा चुनाव को लेकर वोटिंग में कुछ ही दिन बचे हैं। 25 मई को दिल्ली में वोटिंग है, इससे पहले केजरीवाल को जेल से बाहर आने का मौका मिल गया है। हालांकि, केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद सियासी गलियारे में झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। हर किसी के मन में सवाल यही है कि क्या हेमंत सोरेन को भी सर्वोच्च अदालत से जमानत मिल सकती है? ऐसा इसलिए क्योंकि हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है।
13 मई को हेमंत सोरेन की याचिका पर सुनवाई
मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली हेमंत सोरेन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में 13 मई को सुनवाई होगी। झारखंड हाईकोर्ट ने इस मामले में झारखंड के पूर्व सीएम की याचिका 3 मई को खारिज कर दी थी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि मुहैया कराए गए दस्तावेजों के मुताबिक यह मानना संभव नहीं है कि ईडी ने याचिकाकर्ता के खिलाफ बिना किसी कारण के कार्रवाई की है। हेमंत सोरेन ने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
SC में कपिल सिब्बल कर रहे सोरेन की पैरवी
बीते सोमवार को हेमंत सोरेन की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सीजेआई डीवाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का जिक्र किया था। सिब्बल ने मांग उठाई कि राज्य में 13 मई को होने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता को रिहा किया जाए। अब इस मामले में 13 मई को सुनवाई है। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी, क्या हेमंत सोरेन को भी राहत के आसार बन सकते हैं।
हेमंत सोरेन की जमानत को लेकर क्यों तेज हुई चर्चा
ऐसा इसलिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल पर दिए फैसले में उनके एक राष्ट्रीय पार्टी का मुखिया होने, राज्य का सीएम होने का जिक्र किया। हेमंत सोरेन भी ईडी की कार्रवाई से पहले झारखंड के मुख्यमंत्री थे। गिरफ्तारी से ठीक पहले उन्होंने इस्तीफा दिया था। हेमंत सोरेन भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हैं, वो बरहैट विधानसभा सीट से विधायक भी हैं। वो पिछले तीन महीनों से अधिक समय से जेल में बंद हैं।
31 जनवरी को ईडी ने किया झारखंड पूर्व सीएम को अरेस्ट
रांची के बड़गई में एक भूखंड के अवैध खरीद-बिक्री मामले में ईडी की टीम ने 31 जनवरी को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले हेमंत सोरेन ने झारखंड सीएम पद से त्यागपत्र दे दिया था। हेमंत सोरेन पर अवैध तरीके से जमीन खरीदने का आरोप है। पीएमएलए कोर्ट में ईडी की ओर से हेमंत सोरेन के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दायर किया जा चुका है।