संवाददाता
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद, पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन ने निष्ठा बदल ली और मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं। गौरतलब है कि उन्होंने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी में शामिल होने के बाद सीता सोरेन ने कहा कि मैंने 14 साल तक पार्टी (झामुमो) के लिए काम किया लेकिन मुझे कभी भी पार्टी से वह सम्मान नहीं मिला जिसकी मैं हकदार थी। इसके चलते मुझे यह फैसला (बीजेपी में शामिल होने का) लेना पड़ा।
सीता सोरेन ने आगे कहा कि पीएम मोदी, जेपी नड्डा जी और अमित शाह जी पर भरोसा जताते हुए मैं आज बीजेपी में शामिल हुई। हमें झारखंड और अपने आदिवासी भाइयों की जान बचानी है। झारखंड में बदलाव की जरूरत है। इससे पहले दिन में, सीता सोरेन ने अपने परिवार के साथ दरकिनार किए जाने के आरोपों का हवाला देते हुए पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया। पार्टी सुप्रीमो और अपने ससुर शिबू सोरेन को संबोधित अपने इस्तीफे में सीता ने अपनी शिकायतें व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पति दुर्गा सोरेन के निधन के बाद पार्टी उन्हें और उनके परिवार को पर्याप्त समर्थन देने में विफल रही।
सीता ने दुख जताते हुए कहा कि वह उपेक्षित महसूस कर रही थीं और उन्होंने अनिच्छा से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया। उन्होंने अपनी निराशा भी व्यक्त की, जो उन लोगों को शामिल करके पार्टी के मूल मूल्यों से विचलन का संकेत देती है जिनके सिद्धांत इसके लोकाचार के साथ संरेखित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी हो गई है कि मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ साजिश रची जा रही है। मेरे पास अपना इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।