संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम बोर्ड बैठक में भाजपा पार्षद और मेयर के बीच जमकर नोकझोंक देखने को मिली। इस दौरान भाजपा पार्षद ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। आरोप लगने के बाद मेयर तिलमिला गईं और उन्होंने पार्षद को गर्दन अलग करने की धमकी दे डाली, नगर आयुक्त के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
मंगलवार को गाजियाबाद नगर निगम की बोर्ड बैठक प्रस्तावित थी। इस दौरान बैठक में रखे गए प्रस्तावों पर चर्चा चल रही थी। बैठक के दौरान एक समय आया जब भाजपा के पार्षद मेयर से भिड़ गए। मामला बढ़ता देख नगर आयुक्त को हस्तक्षेप करना पड़ा। दरअसल, नगर निगम की बोर्ड बैठक में वार्ड 60 से भाजपा पार्षद सचिन डागर ने 30 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इसके बाद मेयर तिलमिला गई और उन्होंने आरोप लगाने वाले भाजपा पार्षद को गर्दन काटने की धमकी दे डाली।
पार्षद ने मेयर की तरफ उंगली उठाते हुए कहा कि वे भ्रष्टाचार का आरोप मेयर पर नहीं बल्कि नगर निगम अधिकारियों पर लगा रहे हैं। इसके बाद मामले को शांत करने के लिए नगर आयुक्त को बीच में बोलना पड़ा और उनके हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। मेयर और पार्षद के बीच हुई कहासुनी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। नगर निगम की बोर्ड बैठक हंगामे वाली रही और इस दौरान कई बार नोकझोंक देखने को मिली। पूरी बैठक के दौरान नगर निगम अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे।