विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। अपराध शाखा की उत्तरी रेंज-II/ टीम ने एक ठग धनकेश को गिरफ्तार कर थाना सफदरजंग एन्क्लेव में दर्ज धोखाधडी के एक मामले का खुलासा किया है। आरोपी मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था।
डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि 47 वर्षीय धनकेश मालवीय नगर दिल्ली का रहने वाला है। उसके खिलाफ आरोप था कि ग्रीन पार्क, नई दिल्ली में 200 गज की प्रोपर्टी खरीदने के लिए पीडित और धनकेश व अजीत नाम के दो व्यक्तियों के बीच 8.50 करोड़ में एक सौदा तय किया गया था। इसके बाद, शिकायतकर्ता ने अलग-अलग मौकों पर अलग-अलग तरीकों से आरोपी व्यक्तियों को 2 करोड़ का भुगतान किया। बाद में, शिकायतकर्ता को पता चला कि उक्त प्रॉपर्टी पहले ही किसी अन्य पक्ष को बेची जा चुकी है। इस सन्दर्भ में पीडित ने थाना सफदरजंग एन्क्लेव, दिल्ली में धोखाधडी के तहत मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद से दोनों आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बच रहे थे और अदालत द्वारा उन्हें उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया गया था।
उत्तरी रेंज-II/अपराध शाखा की टीम को धोखाधड़ी मामलों को सुलझाने का काम सौंपा गया। टीम द्वारा संदिग्धों पर मैनुअल के साथ-साथ तकनीकी निगरानी रखी गई जानकारी व एकत्रित कर मुखबिरों को काम पर लगाया गया ।
उप-निरीक्षक रवि सैनी को गुप्त सूचना मिली कि थाना सफदरजंग एन्क्लेव, दिल्ली के धोखाधड़ी के मामले में वांछित व उद्घोषित अपराधी किसी से मिलने के लिए करनाल बाईपास के पास आएगा। यदि समय में कार्यवाही की जाए तो इस मामले का पर्दाफाश किया जा सकता है।
आरोपी को पकड़ने के लिए उपायुक्त संजय भाटिया ने सहायक आयुक्त नरेंद्र सिंह की देखरेख में व निरीक्षक संदीप स्वामी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया । जिसमे उप-निरीक्षक रवि सैनी, प्रदीप दहिया, सहायक उप-निरीक्षक अशोक, प्रधान सिपाही परमजीत, कपिल, ज आर्यन और सुमित शामिल थे।
मिली सूचना के अनुसार टीम द्वारा करनाल बाईपास के इलाके पर जाल बिछाया गया और आरोपी धनकेश, उम्र 47 वर्ष को सफलतापूर्वक पकड़ा गया। लगातार पूछताछ के दौरान उसने थाना सफदरजंग एन्क्लेव, दिल्ली के धोखाधड़ी मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि उसने अपने सहयोगी अजीत के साथ ग्रीन पार्क, दिल्ली में एक प्रॉपर्टी बेचने के लिए शिकायतकर्ता के साथ सौदा किया और उससे 2 करोड़ एडवांस ले लिए। बाद में उन्होंने उसी संपत्ति का अधिक लाभ के लिए किसी अन्य व्यक्ति के साथ भी सौदा किया। अधिक पैसे के लालच के कारण, उन्होंने शिकायतकर्ता को सूचित किए बिना उसी संपत्ति को लगभग 11 करोड़ में दूसरे व्यक्ति को बेच दिया।
आरोपी धनकेश ने बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (एलएलबी) की डिग्री चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीएसएस), मेरठ, उत्तर प्रदेश से ली है। वह दिल्ली-एनसीआर के इलाके में पिछले 10 वर्ष से प्रॉपर्टी डीलर का काम कर रहा है।