मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बन सकते हैं। गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह बीसीसीआई के नए सचिव और केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण धूमल बीसीसीआई के नए कोषाध्यक्ष नियुक्त हो सकते हैं। इन पदों के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख आज है। लेकिन इस बात की संभावना काफी कम दिख रही है कि चुनाव कराने की जरूरत भी पड़ेगी, क्योंकि गांगुली, शाह और धूमल के लगभग निर्विरोध चुने जाने की संभावना है।
गांगुली 10 महीने ही रह सकेंगे प्रेसिडेंट
गौरतलब है कि 47 वर्षीय सौरव गांगुली हाल ही में लगातार दूसरी बार निर्विरोध बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए थे। अगर सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बनते हैं तो उनका कार्यकाल सिर्फ 10 महीने के करीब का होगा। क्योंकि बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक उन्हें अगले साल सितंबर में 3 साल के कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना होगा। इसके तहत गांगुली अगने तीन वर्षों तक बीसीसीआई के किसी भी पद पर नियुक्त नहीं हो सकेंगे।
सौरव गांगुली के नाम पर आम सहमति
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के खास ब्रिजेश पटेल पहले इस पद के लिए सबसे आगे चल रहे थे। लेकिन ऐन मौके पर सौरव गांगुली का नाम इस रेस में सबसे आगे बताया जाने लगा है। बीसीसीआई के उत्तर पूर्व एसोसिएशन के एक सदस्य ने पीटीआई से कहा, ‘हां, ब्रिजेश पटेल अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे थे। उनके लिए एन श्रीनिवासन लॉबिंग भी कर रहे थे। लेकिन ब्रिजेश के नाम पर आम सहमति नहीं थी। सब खुश हैं कि सौरव गांगुली बीसीसीआई के नए अध्यक्ष होंगे।’