चंडीगढ़। पाकिस्तान से भारी ड्रोन के जरिए पंजाब में भारी संख्या में हथियार गिराए की घटना पर राज्य सरकार सतर्क हो गई है। पुलिस दावा कर रही है कि इस महीने पाकिस्तान ने 8 बार हथियार गिराने कोशिश है। इस घटना के बाद राज्य के सीएम अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से इस समस्या से जल्दी निपटने का आग्रह किया है। बता दें कि राज्य में खालिस्तानी आतंकी मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई का मामला सामने आया है।
4 आतंकी गिरफ्तार
बता दें कि बीते दिनों पंजाब के तरन-तारन जिले में 4 खालिस्तानी आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से भारी मात्रा में एक-47 समेत कई हथियार भी बरामद किए गए थे। पुलिस ने जांच में पाया कि इन हथियारों की सप्लाइ जीपीएस-फिटेड ड्रोन की मदद से सीमा पार से की गई है। पुलिस ने रविवार को AK-47 रायफल, पिस्टल, सैटलाइट फोन और हैंड ग्रेनेड पंजाब के तरन तारन जिले के खलारा के पास राजोक गांव से बरामद किया था।
अमरिंदर ने शाह को किया अलर्ट
इस मद्देनजर अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को ट्वीट किया और कहा कि सीमा पार से पाकिस्तान के ड्रोनों का इस्तेमाल कर हथियारों और कारतूसों की खेप गिराने की हालिया घटना जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का नया और भयावह आयाम है।’
ड्रोन समस्या से जल्दी निपटें अमित शाह
अमरिंदर सिंह ने आगे कहा, ‘मैं अमित शाह जी से आग्रह करता हूं कि इस ड्रोन समस्या से जल्दी निपटा जाए।’ वहीं, डीजीपी दिनकर गुप्ता ने भी इस बात की पुष्टि की है कि हथियार ड्रोन की मदद से पाकिस्तान से डिलिवर किए गए थे। उन्होंने इसमें पाकिस्तान प्रायोजित जिहादी और प्रो-खालिस्तानी समूहों और आईएसआई का हाथ बताया था।
गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद इतनी बड़ी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति का उद्देश्य पंजाब और जम्मू-कश्मीर में आतंकी और उग्रवादी गतिविधियों को हवा देना है।
‘AK-47, सैटलाइट फोन गिराए’
सूत्रों के अनुसार, ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियारों में एके-47, सैटलाइट फोन्स भी हैं। जिस ड्रोन से ये हथियार गिराए गए हैं वह 5 किलोग्राम तक वजन ढो सकते हैं और काफी नीचे उड़ सकते हैं।