नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की करारी हार और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल द्वारा पद छोड़ने की हठ के बाद कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है। शुक्रवार को करीब 120 पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे दे दिए हैं।
ताजा जानकारी के मुताबिक देशभर से कांग्रेस के 120 पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे राहुल गांधी को भेज दिए हैं। इससे पहले आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने पार्टी के विधि, आरईआई और मानवाधिकार विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वालों में तेलंगाना और दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। इस्तीफा देने वाले सभी नेताओं का कहना है कि जब तक राहुल गांधी अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला नहीं बदलेंगे, वे अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे।
विवेक तन्खा ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि हम सभी को पार्टी के जिम्मेदार पदों से इस्तीफा देकर राहुल गांधी को अपनी नई टीम चुनने के लिए फ्री हैंड देना चाहिए। इसके साथ ही तन्खा ने लिखा कि राहुल गांधी को इस समय बड़ा बदलाव करना चाहिए ताकि पार्टी में जुझारूपन फिर से पैदा हो सके।
म.प्र. के कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया का इस्तीफा : मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने भी दिया इस्तीफा। लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी देने के बाद सभी पदों से इस्तीफा देने की घोषणा भोपाल में देर शाम की।
राहुल की खरी-खरी : पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले राहुल गांधी ने एक बार फिर पार्टी के बड़े नेताओं को खरी-खोटी सुनाई।
इस्तीफा वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में युवा कांग्रेस के नेताओं से बात करते हुए राहुल ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनके इस्तीफे के बाद भी किसी मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और महासचिव ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा नहीं दिया।