विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। दिल्ली में चुनावी तैयारी भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों की ओर से शुरू हो चुकी है। कहीं ना कहीं आम आदमी पार्टी लगातार 10 सालों तक सत्ता में रहने के बाद इस बार हैट्रिक बनाने की कोशिश करेगी। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी लगातार लोगों के बीच जाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सब के बीच ऐसा लग रहा है कि कहीं ना कहीं अरविंद केजरीवाल इस विधानसभा चुनाव में नए चेहरों को प्राथमिकता दे सकते हैं।
दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। दिल्ली में चुनावी तैयारी भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों की ओर से शुरू हो चुकी है। कहीं ना कहीं आम आदमी पार्टी लगातार 10 सालों तक सत्ता में रहने के बाद इस बार हैट्रिक बनाने की कोशिश करेगी। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी लगातार लोगों के बीच जाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सब के बीच ऐसा लग रहा है कि कहीं ना कहीं अरविंद केजरीवाल इस विधानसभा चुनाव में नए चेहरों को प्राथमिकता दे सकते हैं।
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के लोग कुछ विधायकों या यहां तक कि मुझसे भी नाराज हो सकते हैं, लेकिन याद रखें कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो दिल्ली का हाल उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा या राजस्थान जैसा हो सकता है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने उस पर राष्ट्रीय राजधानी में आप की पहल को कमजोर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने मुफ्त बिजली मुहैया कराने के भाजपा के हालिया वादे पर भी प्रकाश डाला और इसे आप की लोकप्रिय कल्याणकारी योजनाओं की नकल करने का हताश प्रयास बताया।