संवाददाता
गाजियाबाद । खतौली से आरएलडी विधायक मदन भईया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर उत्तर रेलवे के गाजियाबाद कानपुर रेल मार्ग पर स्थित मारीपत स्टेशन के निकट सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज अथवा अंडर ब्रिज निर्माण कराने की मांग की है।
पत्र में कहा गया है कि उत्तर रेलवे के गाजियाबाद- कानपुर रेल मार्ग पर जनपद गौतमबुद्ध नगर सीमा क्षेत्र में स्थित छपरौला और सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग से हजारों की संख्या में वाहन गुजरने की वजह से प्रतिदिन जाम की स्थिति बनी रहती है। तिहरी रेलवे लाइन होने की वजह से कई बार एक के बाद दूसरी और दूसरी की बात तीसरी इस तरह कई रेल गाड़ियां गुजरने की वजह से लंबे समय तक रेलवे फाटक बंद होने से इन दोनों रेलवे क्रॉसिंग पर लोग घंटो घंटो भीषण जाम में फंसे रहते हैं। जिसकी वजह से बहुत से नौकरी पेशा लोगों और बीमार लोगों को तो अत्यधिक परेशानी उठानी पड़ती है। इन दोनों ही रेलवे क्रॉसिंग पर जाम की स्थिति झेलने का मुझे स्वयं कटु अनुभव है।
विधायक ने पत्र में लिखा है मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मवीर नागर प्रमुख द्वारा भी इन दोनों क्रॉसिंग पर आम जनता को हो रही परेशानी के संबंध में भारत सरकार के रेल मंत्रालय को पत्राचार किया गया था जिसके नतीजतन छपरौला रेलवे क्रॉसिंग पर रेल विभाग द्वारा निर्मित अधूरे पुल का तो निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है लेकिन मारीपत के निकट स्थित सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग पर अभी तक ओवर ब्रिज अथवा अंडर ब्रिज निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। उत्तर रेलवे के गाजियाबाद- कानपुर रेल मार्ग पर गाजियाबाद से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नोटिफाईड क्षेत्र में स्थित सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज अथवा अंडर ब्रिज न होने की वजह से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नोटिफाइड दर्जनों गांव विकास की दृष्टि से पिछड़ गए हैं। क्योंकि सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग से गुजरना बहुत ही मुश्किल भरा काम है।
पत्र में रेल मंत्री से अनुरोध किया गया है कि इस क्षेत्र में सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग से होकर गुजरने वाले इस एकमात्र रास्ते से लोगों को रोजाना आवागमन में उठानी पड़ रही परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए मारीपत रेलवे स्टेशन के निकट सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग पर भी जनसुविधा हेतु जनहित में ओवर ब्रिज अथवा अंडर ब्रिज का जल्द से जल्द निर्माण कराने का कष्ट करें। ताकि ताकि लोगों को जाम से मुक्ति मिल सके और जीटी रोड साइड के गांवों में भी विकास की गति तीव्र हो सके।