संवाददाता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले हुए राज्यसभा चुनाव के दिन विपक्ष को बड़े झटके लगे है अलग -अलग जगह पर कांग्रेस , समाजवादी पार्टी आरजेडी के नेताओं ने अपनी पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दमन थाम लिया तो कहीं हिमाचल और उत्तर प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग हुई जिसने बीजेपी की राह को आसान बना दिया। गुजरात में कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब उसके राज्यसभा सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री नारण राठवा अपने बेटे और कई समर्थकों के साथ मंगलवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। गुजरात के छोटा उदयपुर से जनजातीय नेता राठवा का राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल इस साल अप्रैल में समाप्त हो जाएगा। वह पांच बार लोकसभा सदस्य चुने जा चुके हैं। वह पहली बार 1989 में, इसके बाद 1991, 1996, 1998 और 2004 में लोकसभा सदस्य बने।
बिहार में राजद के नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस विधायक मुरारी प्रसाद गौतम और सिद्धार्थ सौरव और राजद विधायक संगीता कुमारी आज भाजपा में शामिल हो गईं। यह नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के लिए बडी राहत की बात है। कांग्रेस के मुरारी गौतम महागठबंधन सरकार में भी मंत्री रहे हैं। वह चेनारी से विधायक है। इसके अलावा सिद्धार्थ सौरभ की बात करें तो वह विक्रम विधानसभा से विधायक हैं। वह काफी लंबे समय से कांग्रेस से नाराज भी चल रहे थे। उन्होंने भी पाला बदल दिया है और भाजपा में शामिल हो गए हैं। मोहनिया विधानसभा से राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव जीतने वाली संगीता देवी भी अब भाजपा में शामिल हो गई हैं।
यूपी में सपा विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे मतदान के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मनोज पांडे रायबरेली जिले के ऊंचाहार से विधायक हैं और उन्होंने कहा है कि वह भाजपा को वोट देंगे। यह घटनाक्रम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए एक झटका है। उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया और मुख्य सचेतक कार्यालय के बाहर से उनकी नेमप्लेट हटा दी गयी। इसके अलावा सपा के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की है। इससे राज्यसभा चुनाव में सपा के लिए मुश्किले पैदा करने वाली है।
उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे मतदान के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मनोज पांडे रायबरेली जिले के ऊंचाहार से विधायक हैं और उन्होंने कहा है कि वह भाजपा को वोट देंगे। यह घटनाक्रम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए एक झटका है। उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया और मुख्य सचेतक कार्यालय के बाहर से उनकी नेमप्लेट हटा दी गयी। इसके अलावा सपा के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की है। इससे राज्यसभा चुनाव में सपा के लिए मुश्किले पैदा करने वाली है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक पद से मनोज कुमार पांडे के इस्तीफे पर पार्टी नेता जाहिद बेग ने कहा कि हो सकता है कि उसके पास समय न हो. किसी पद से इस्तीफा देना और बीजेपी से पैसा लेना दो अलग-अलग बातें हैं। वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। अगर वह बीजेपी से पैसे भी लेंगे तो भी उनके पक्ष में वोट नहीं देंगे। यूपी के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि मनोज पांडे हमेशा से सनातन धर्म के समर्थक रहे हैं। इसी को लेकर वह हमेशा बयान देते रहे हैं। वह चाहते थे कि सभी लोग अयोध्या जाकर दर्शन करें। यही वजह है कि वह पीएम मोदी के नेतृत्व पर भरोसा दिखा रहे हैं और ऐसा फैसला ले रहे हैं।
हिमाचल में कांग्रेस के कुछ विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को मैदान में उतारकर राज्य की एकमात्र सीट पर मुकाबले को मजबूर कर दिया है। जबकि कांग्रेस के पास 40 और भाजपा के 25 विधायक हैं, चुनाव को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जाएगा। दावा किया जा रहा कि हिमाचल प्रदेश में क्रास वोटिंग हुई है। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की अफवाहों पर हिमाचल प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मेरी अंतरात्मा साफ है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने कहा कि जब नतीजे आएंगे तब देखेंगे और स्थिति का सामना करेंगे।’ हम नैया पार लगा लेंगे, हमारे पास बहुमत है। हमें संकेत था कि वे (बीजेपी) धनबल का इस्तेमाल करेंगे। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमारे सभी विधायकों ने चुनाव के लिए मतदान किया है। मुझे उम्मीद है कि उन सभी ने पार्टी की विचारधारा पर वोट किया होगा।’ परिणाम घोषित होने के बाद ही हम कुछ कह सकते हैं। ‘बीजेपी में अंतर-आत्मा नाम की चीज नहीं है, वाह तो पैसा अंतर-आत्मा चलता है’।
भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार हर्ष महाजन के जीत के दावों के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को पार्टी उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को वोट देने के लिए व्हिप जारी किया था। तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे और राज्य के पूर्व मंत्री महाजन ने सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। महाजन बार-बार कहते रहे हैं कि वह सभी विधायकों को अच्छी तरह जानते हैं और उनके साथ संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी जीत की उम्मीद है।