मालेगांव ब्लास्ट मामले में जमानत मिलने के बाद ले. कर्नल श्रीकांत पुरोहित बुधवार को जेल से रिहा हो गए। रिहा होने के 24 घंटों के भीतर उन्हें पुणे स्थित आर्मी यूनिट पर रिपोर्ट करना होगा। उन्हें सेना की वर्दी में ही रिपोर्टिंग करनी होगी। इसके बाद सेना के अधिकारी कोर्ट आदेश का अध्ययन करेंगे और आगे की कार्रवाई तय करेंगे।
मालूम हो, देश में हिंदू आतंकवाद को बढ़ावा देने और मालेगांव ब्लास्ट में शामिल होने का आरोप लगने के बाद पुरोहित को गिरफ्तार कर लिया गया था। तब सेना ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। हालांकि उनके वकील के मुताबिक, बाद ने सेना ने उन्हें बहाल कर दिया था, इसलिए जेल से रिहा होने के बाद वे तुरंत अपनी ड्यूटी पर जाएंगे।
वहीं रिहाई के बाद पुरोहित ने भी यही बात कही है। उनके मुताबिक, मैं फिर से देश सेवा करना चाहता हूं। रिहाई से मैंने राहत की सांस ली है। ले. कर्नल पुरोहित पूरे नौ साल जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा हुए हैं।
बकौल पुरोहित, मैं सेना और अपने परिवार से मिलना चाहता हूं। मैं मां के हाथ का बना खाना खाना चाहता हूं। साथ ही अपने दोनों बेटों के साथ वक्त गुजारना चाहता हूं।
पुरोहित के दो बेटे हैं जो अब 12 तथा 18 साल के हो गए हैं। नौ साल कैद में रहने पर उनका कहना है, मैं किसी को दोष नहीं दूंगा। सब भाग्य में लिखा है।