नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली, जहां लोगों को आय के अच्छे साधन, रहने की अच्छी व्यवस्था की वजह से जीवन सुरक्षित लगता था वहीं कोरोना वायरस के इस काल में लोग दिल्ली से ही डर गए हैं। खौफ ऐसा है कि आसपास के राज्यों (हरियाणा, उत्तर प्रदेश) ने अपनी सीमाएं ही सील कर ली हैं। मतलब दिल्ली का कोई शख्स उनके राज्य में दाखिल ही नहीं हो सकता। इसकी वजह से लोगों को नौकरी पर जाने में परेशानी हो रही है। बॉर्डर्स पर रोज लंबा जाम लग जाता है। वैसे दिल्ली के लिए इतने डर के पीछे कुछ आंकड़े भी हैं उनपर ही यहां नजर डालेंगे।
दिल्ली में कोरोना वायरस तोड़ रहा रेकॉर्ड, अबतक 16 हजार केस
पड़ोसी शहरों और राज्यों के डरने की वजह दिल्ली में तेजी से फैलता कोरोना है। राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 1024 नए केस सामने आए हैं, जो एक दिन में सबसे ज्यादा है। इसी के साथ राजधानी में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 16 हजार 281 हो गई है। पॉजिटिव मरीजों के मामले में दिल्ली अब देश में तीसरे स्थान पर, गुजरात को पीछे छोड़ा।
दिल्ली में कब कितने केस
तारीख | केस |
28 मई 2020 | 1024 |
27 मई 2020 | 792 |
26 मई | 412 |
25 मई | 635 |
24 मई | 508 |
23 मई | 591 |
दिल्ली में मई की शुरुआत से ही कोविड के संक्रमण के तेजी देखी जा रही है। लेकिन पहली बार 19 मई को दिल्ली में एक दिन में 500 नए लोगों में संक्रमण पाया गया। उसके बाद से अब तक औसतन हर दूसरे दिन मरीजों की संख्या में उछाल देखा जा रहा है। 19 मई को 500, 20 मई को 534, 21 मई को 571, 22 मई को 660 तक पहुंच गया।
संक्रमण 16 हजार के पार, गुजरात को छोड़ा पीछे
गुरुवार को दिल्ली में कुल कोविड पॉजिटिव मरीजों की संख्या 16,281 तक पहुंच गया है। 1024 मामले एक साथ आने से दिल्ली अब गुजरात को पीछे छोड़ते हुए संक्रमण के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। दिल्ली से अब महाराष्ट्र (59,546) और तमिलनाड़ (19,372) ही आगे है। गुजरात अब चौथे स्थान पर पहुंच गया, वहां पर अब 15,572 पॉजिटिव मरीज हैं। वहीं 50 पर्सेंट मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
क्यों डरे हैं पड़ोसी राज्य
पहले बात करते हैं उत्तर प्रदेश की। राज्य ने गाजियाबाद और नोएडा के बॉर्डर को सील किया हुआ है। नोएडा का बॉर्डर लगातार 3 मई के बाद भी सील ही है। गाजियाबाद के बॉर्डर को कुछ दिनों के लिए खोला गया था, लेकिन फिर केसों की संख्या में इजाफे के बाद इसे दोबारा बंद कर दिया गया। ऐसा ही हरियाणा में किया गया। 15 मई को गुड़गांव, फरीदाबाद की सीमाएं खोलने का ऐलान किया गया। लेकिन अब शुक्रवार यानी आज से बॉर्डर फिर सील हैं।
जिला | केस |
गाजियाबाद | 140 |
नोएडा | 377 |
गुड़गांव | 405 |
फरीदाबाद | 276 |
नोएडा के डीएम सुहास एल. वाई हों या फिर हरियाणा के मंत्री अनिल विज, सबका कहना है कि दिल्ली की वजह से उनके यहां केस बढ़ रहे हैं। हरियाणा मंत्री अनिल विज ने कहा था कि गुड़गांव और फरीदाबाद में मिल रहे 80 प्रतिशत केसों का दिल्ली से लिंक है। शुरुआत में कुछ ऐसे केस मिले भी थे जिनका सीधा लिंक दिल्ली से था।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था, दिल्ली तैयार है
15 मई के बाद देशभर में जब लॉकडाउन में ढील दी गई तो दिल्ली सरकार ने भी उसी तरह की ढील दी। शराब के ठेके पहले से ही खोल दिए गए थे। इस दौरान केसों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती रही। इसका जिक्र अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में भी किया था। केजरीवाल ने केस बढ़ने की चिंता नहीं करने को कहा था, बोला था कि दिल्ली कोरोना से लड़ने को तैयार है। दिल्ली फिलहाल कोरोना से लड़ने को कितनी तैयार है यह बात अलग है, लेकिन फिलहाल इससे पड़ोसी राज्य खौफ में हैं और बॉर्डर सील से अब लोगों को दिक्कतें हो रही हैं।