नई दिल्ली: कोरोना के चक्र को खत्म करने के लिए लागू लॉकडाउन में दिल्ली पुलिस अपनी जिम्मेदारी बखूबी से निभा रही है. दिल्ली पुलिस श्रमिकों के स्क्रीनिंग कराने से लेकर उनके रजिस्ट्रेशन कराने तक में सहायता कर रही है. दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और आनंद विहार स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है. जिसकी सुरक्षा व्यवस्था संभालने से लेकर श्रमिकों की सहायता तक दिल्ली पुलिस के जरिए की जा रही है.
वरिष्ठ अधिकारी कर रहे निरीक्षण
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सेवा भारती संस्था ने 200 प्रवासी मजदूरों को बांटा राशन, कोई भूखा न रहे है मकसद
Published :9 hours ago
लॉकडाउन के बीच छतरपुर क्षेत्र के संजय कॉलोनी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) की सेवा भारती संस्था ने 200 प्रवासी मजदूरों को राशन वितरित किया. इस मौके पर स्वयंसेवकों नें सभी राशन लेने आए लोगों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आग्रह किया.
नई दिल्ली: लॉकडाउन के पहले दिन से ही लगातार आरएसएस की सेवा भारती संस्था लगातार जरूरतमंदों की मदद करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर क्षेत्र के संजय कॉलोनी में सेवा भारती संस्था ने करीब 200 प्रवासी मजदूर परिवारों को राशन वितरण किया है. इस मौके पर स्वयंसेवकों ने राशन लेने आए सभी लोगों को जागरूक करते हुए लॉकडाउन का पालन करने और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने की अपील की.
लक्ष्य है कोई गरीब भूखा न रहे
स्वयंसेवक मुकेश का कहना है कि उनका और उनकी पूरी टीम का एक ही लक्ष्य है कि इस महामारी के समय कोई भी गरीब और जरूरतमंद परिवार भूखा न रहे. इसके लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि इस महामारी से बचने के लिए उन्होंने लोगों को लॉकडाउन का पालन करने और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने की अपील की है.टिप्पणी जोड़ें
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फर्जी ई-पास बनाकर मजदूरों को भिजवाते थे उनके घर, 5 गिरफ्तार
फर्जी ई-पास बनाकर मजदूरों को भिजवाते थे उनके घर, 5 गिरफ्तार
Published :31 minutes ago
गरीब मजदूरों के लिए फर्जी तरीके से ई-पास बनाने वाले 5 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार है. लॉकडाउन के दौरान मजदूर किसी भी तरीके से अपने घर जाना चाहते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर ये लोग मजदूरों के फर्जी पास बनवा कर उनके गृह प्रदेश भिजवा रहे थे.
नई दिल्ली: नॉर्थ वेस्ट दिल्ली केबवाना इलाके की पुलिस ने फर्जी ई-पास बनाकर मजदूरों को उनके गृह प्रदेश ले जाने वाले गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने इस गैंग का भंडा फोड़ते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इन पांचों आरोपियों से पूछताछ जारी है.
बवाना पुलिस ने 5 लोगों को अरेस्ट किया
फर्जी ई-पास बनाकर मजदूरों को उनके गृह प्रदेश भिजवाते थे
सोमवार रात को बवाना पुलिस ने दो टेम्पो ट्रवेलर को पकड़ा जिसमें 24 मजदूर सवार थे. जांच के क्रम में वाहन चालकों ने पानीपत के डीएम की ओर से जारी ई-मूवमेंट पास दिखाया. पूछताछ में मजदूरों ने बताया कि वे लोग बवाना के रहने वाले हैं और मुजफ्फरपुर जा रहे हैं. पुलिस को पूछताछ के दौरान शक हुआ. जिसके बाद पुलिस ने ई-पास पर बने क्यूआर कोड को स्कैन किया तो वे फर्जी पाए गए.
इसके बाद पुलिस ने दोनों चालकों नम्मू और राकेश को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इन दोनों से पूछताछ की. जिसमें आखिरकार पुलिस को सफलता मिली और इन्हीं की निशानदेही पर मोहित, कृष्णन मोहन और शंकर को गिरफ्तार कर लिया.
जनरल स्टोर की दुकान चलाता है मुख्य आरोपी
लॉकडाउन के दौरान मजदूर किसी भी तरीके से अपने घर जाना चाहते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर ये लोग मजदूरों के फर्जी पास बनवा कर उनके गृह प्रदेश भिजवा रहे थे. पूछताछ में मालूम हुआ कि मोहित बवाना इलाके में जनरल स्टोर चलाता है. इसी ने मजदूरों को घर भिजवाने का झांसा दिया. मोहित ने शंकर चौधरी और कृष्णन को अपनी योजना में शामिल कर लिया. फिर पानीपत निवासी मुकुल और उसके चचेरे भाई अंशुल और दोस्त रविंद्र की सहायता से पहले से जारी ई-पास में छेड़छाड़ कर नया ई- पास बनाया गया.
पुलिस ने इस गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 5 लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल बवाना पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है.टिप्पणी जोड़ें
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स्क्रीनिंग से लेकर रजिस्ट्रेशन, दिल्ली पुलिस हर तरीके से कर रही मजदूरों की मदद
स्क्रीनिंग से लेकर रजिस्ट्रेशन, दिल्ली पुलिस हर तरीके से कर रही मजदूरों की मदद
नई दिल्ली: कोरोना के चक्र को खत्म करने के लिए लागू लॉकडाउन में दिल्ली पुलिस अपनी जिम्मेदारी बखूबी से निभा रही है. दिल्ली पुलिस श्रमिकों के स्क्रीनिंग कराने से लेकर उनके रजिस्ट्रेशन कराने तक में सहायता कर रही है. दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और आनंद विहार स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है. जिसकी सुरक्षा व्यवस्था संभालने से लेकर श्रमिकों की सहायता तक दिल्ली पुलिस के जरिए की जा रही है.
वरिष्ठ अधिकारी कर रहे निरीक्षण
दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी बयान के अनुसार दिल्ली में 30 जगहों पर मजदूरों की स्क्रीनिंग हो रही है और यहां की सुरक्षा व्यवस्था दिल्ली पुलिस के जिम्मे है. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के जरिए लगातार इन स्क्रीनिंग सेंटरों का निरीक्षण किया जा रहा है और पुलिसकर्मियों को इस संबंध में ब्रीफ किया जा रहा है. पुलिस स्क्रीनिंग सेंटर पर मौजूद श्रमिकों के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था भी कर रही है. इतना ही नहीं, इस पूरे अभियान के लिए रेलवे के डीसीपी से भी समन्वय स्थापित किया गया है और यात्रियों को सकुशल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया जा रहा है.
रजिस्ट्रेशन कराने में सहयोग
इस संबंध में दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि स्क्रीनिंग सेंटर पर कई श्रमिकों को रजिस्ट्रेशन कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. इनकी दिक्कतों को देखते हुए दिल्ली पुलिस के जवान इन्हें रजिस्ट्रेशन कराने में भी सहायता कर रहे हैं. इसके लिए कई स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जा रही है.