नई दिल्ली। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस केसों की संख्या 22 हजार के पार चली गई है। इस बीच महाराष्ट्र डिजीज सर्विलांस ऑफिसर डॉक्टर प्रदीप आवटे ने कहा है कि मुंबई और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन (सामुदायिक प्रसार, इसे थर्ड स्टेज के नाम से भी जाना जाता है) के कुछ सबूत हैं। हालांकि, राज्य का में समग्र तस्वीर क्लस्टर मामलों की है।
आवटे ने कहा, ”हमें मुंबई और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के क्लस्टर केस मिल रहे हैं। ना केवल मुंबई बल्कि महाराष्ट्र के कुछ दूसरे हिस्सों में भी कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के सबूत मिले हैं। लेकिन संपूर्ण परिदृश्य कल्स्टर केसों का ही है।”
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोविड-19 के मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या को लेकर आवटे ने कहा कि मुंबई का केस देश के दूसरे हिस्सों की तुलना में बहुत अलग है। यह जनसंख्या का घनत्व अधिक है और विशिष्ट सामाजिक-आर्थिक महत्व है।
उन्होंने कहा, ”ना केवल यह महाराष्ट्र की राजधानी है बल्कि इसका सामाजिक आर्थिक स्थान भी देश के दूसरे मेट्रो शहरों से अलग है। इसका जनसंख्या घनत्व अधिक है। प्रति वर्ग किलोमीटर में यहां 20 हजार लोग रहते हैं। यह एक मुख्य कारण है जिसकी वजह से मुंबई में कोरोना के सबसे अधिक केस मिल रहे हैं।”
सामुदायिक प्रसार को लेकर डॉ. आवटे ने प्रत्येक केस के गहन विश्लेषण की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा, ”हमें हर केस में लिंक खोजना है, यात्रा इतिहास, किसी अन्य के संपर्क में आना और सबकुछ।”
कोरोना वायरस केसों के मामले में देश में महाराष्ट्र सबसे आगे है। यहां अब तक 22 हजार से अधिक संक्रमित मिल चुके हैं। राज्य में 832 लोगों की मौत हो चुकी है और 4199 मरीज ठीक हुए हैं। केवल मुंबई में 12 हजार से अधिक मरीज हैं। ठाणे और पुणे में भी केसों की संख्या अधिक है।