नई दिल्ली। लॉकडाउन 3 देश में लागू होते ही शराब की दुकानें भी खुलने लगीं। इस दौरान कई राज्यों में लोग शराब को खरीदने के लिए ठेकों पर खड़े हुए नजर आए। छत्तीसगढ़ के रायपुर में सोमवार सुबह से ही शराब खरीदने वालों की लाइन लग गई। करीब डेढ़ महीने बाद खुल रहे ठेकों के बाहर काफी भीड़ देखने को मिल रही है। सरकार की ओर से भले नियम-कायदे सख्त बनाए गए हों, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की यहां खूब धज्जियां भी उड़ रही हैं। कुछ जगहों पर हालात ऐसे हो गए कि पुलिस को आकर लोगों को हटाना पड़ा। वहीं, कुछ ठेकों के बाहर सुबह से ही लंबी कतारें लग गईं।
वहीं, कर्नाटक के हुबली में भी शराब की दुकान सोमवार सुबह खुली। इसके बाद से ही लोगों ने ठेकों पर जाना शुरू कर दिया। कर्नाटक सरकार ने राज्य में सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक शराब की बिक्री की अनुमति दी है।
दिल्ली में भी शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति
दिल्ली सरकार ने 123 शराब की दुकानें खोलने का फैसला किया है। इसके लिए एक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। हाल ही में दिल्ली एक्साइज डिपार्टमेंट ने एल-6 और एल-8 यानी शराब और बीयर की सरकारी दुकानों की लिस्ट मांगी थी। शराब की वही सरकारी दुकानें खोलने की इजाजत दी गई है, जो अलग-अलग (स्टैंड-अलोन) हैं। इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस को ध्यान में रखा जाएगा। गृह मंत्रालय के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, एक समय में अधिकतम पांच व्यक्तियों के साथ न्यूनतम छह फीट की सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के बाद शराब, पान और तंबाकू की बिक्री की अनुमति दी जा सकती है। ये दुकानें शहरी क्षेत्रों के बाजारों और मॉल में नहीं होने चाहिए।
शराब के ठेके खुलने के पहले ही दिन गोल मार्केट में ठेके के बाहर स्थिति ऐसी बन गई कि पुलिस को आकर हालात को कंट्रोल करना पड़ा। वहीं, कृष्णनगर में ठेके के बाहर सुबह से ही लंबी लाइन लग गई थी। बताया जा रहा है कि यहां सुबह 6 बजे से लोग सड़कों पर दुकान खुलने का इंतजार कर रहे थे। वहीं, करोल बाग, दरियागंज, ईस्ट दिल्ली में ठेके के बाहर लोग सुबह से ही जुट गए थे।
उत्तराखंड में शराब बिक्री के लिए गाइडलाइन
उत्तराखंड में शराब ठेके खोलने से पहले सुरक्षा को लेकर आबकारी आयुक्त सुशील कुमार ने गाइडलाइन जारी कर दी है। आदेश के मुताबिक ठेके पर एक समय में पांच खरीदार उपस्थित होंगे। इनमें छह-छह फीट की दूरी जरूरी होगी। संख्या बढ़ने पर प्रत्येक पांच लोगों के बाद दस फीट का गैप बनाना जरूरी होगी। ठेकों पर शराब बेचने से पहले चालू वित्त वर्ष में घटाए गए शराब के रेट की सूची लगानी जरूरी होगी। इसके साथ ही ठेके पर पास धारक कर्मचारी ही शराब बेच पाएंगे।