लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में उत्तर प्रदेश को बड़ी सफलता मिल रही है। प्रदेश के दस जनपद पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इसमें पीलीभीत, लखीमपुरखीरी, हाथरस, बरेली, प्रयागराज, महाराजगंज, शाहजहांपुर, बाराबंकी, हरदोई और कौशांबी जनपद शामिल हैं। इन जिलों में अब एक भी एक्टिव कोरोना केस नहीं है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रमजान में सहरी और रोजा इफ्तार घरों में मनाने की अपील पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने पूरा समर्थन किया है। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने मुख्यमंत्री की अपील पर अपने समुदाय के लोगों से घरों में रहकर ही रमजान मनाने की अपील की है।
उक्त जानकारी बुधवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 से अधिक कोविड केस वाले जिलों की विशेष रूप से समीक्षा की है और इन जिलों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को अपनी कोर टीम 11 के सदस्यों के साथ बैठक करते हुए कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए। सप्लाई चेन में काम कर रहे लोगों की मेडिकल जांच कराने और सप्लाई चेन का दुरूपयोग न हो इसको सुनिश्चित करने का निर्देश भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि कोविड केयर फंड के लिए पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह और प्रमुख सचिव मनोज कुमार ने 53 करोड़ 20 लाख रूपये का चेक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि इस धनराशि का प्रयोग प्रदेश में कोविड केयर के लिए बने लेयर 1, 2 और 3 के अस्पतालों में संसाधनों को टेस्टिंग लैब को बढ़ाने के साथ ही पीपीई किट, मास्क और वेंटिलेटर की खरीद में किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़ाई जा रही है। कोविड केयर फंड कमेटी ने अलीगढ़, मुरादाबाद और सहारनपुर में टेस्टिंग लैब स्थापित करने की स्वीकृति दे दी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सहायता कोष का नाम बदल कर अब मुख्यमंत्री कोविड केयर फंड हो गया है। इस फंड से प्रदेश के त्रिस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने का कार्य किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव, गृह बताया कि किसानों की विशेष चिंता करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खेती से जुड़े सभी संसाधनों को लॉकडाउन से बाहर रखा गया है। कटाई में शामिल सभी प्रकार के संसाधनों को लॉकडाउन से छूट के आदेश जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब 77 प्रतिशत गेहूं की कटाई हो गई है। इसी प्रकार गन्ने की कटाई भी लगभग पूरी हो गई है। पूरे प्रदेश में 30 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद कर प्रदेश सरकार ने नई उपलब्धि हासिल की है। इसमें बड़ी बात यह है कि 62 प्रतिशत गेहूं की खरीद मंडी के बाहर यानि डोर स्टेप के माध्यम से हुई है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि जो लोग प्रदेश के बाहर से आए हैं उनकी निगरानी की जाए। आने वाले हर जरूरतमंद की सहायता की जाए। उन्होंने बताया कि सीएम हेल्पलाइन द्वारा कोटा से आए बच्चों का हाल चाल लिया गया है। सीएम योगी ने इन सभी बच्चों को होम क्वारंटीन किए जाने का निर्देश दिया है।
प्रदेश में अबतक 1412 केस, 21 लोगों की कोरोना से मौत: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अबतक 1412 केस सामने आए हैं। जिनमें 1226 एक्टिव केस हैं। उपचार के बाद 1412 में से 165 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। हालांकि कोरोना के कारण प्रदेश में 21 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश के 53 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं, वर्तमान में केवल 43 जिलों में ही कोविड के केस एक्टिव हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि अबतक सामने आए कोरोना पॉजिटिव केसों में 0 से 20 उम्र वर्ष के वर्ग में 19.51 प्रतिशत हैं, जिनमें लड़के 15.48 प्रतिशत और लड़कियां 4.03 प्रतिशत शामिल हैं। इसी प्रकार 21 से 40 वर्ष उम्र वर्ग के 47.49 प्रतिशत लोग संक्रमित हैं, जिनमें पुरूष 37.03 प्रतिशत और महिला 10.46 प्रतिशत शामिल हैं। वहीं 41 से 60 वर्ष उम्र वर्ग में कुल 24.66 प्रतिशत लोग शामिल हैं, जिनमें पुरूष 19.01 प्रतिशत और महिलाएं 5.65 प्रतिशत शामिल हैं। इसके साथ ही 60 से अधिक उम्र के 8.3 प्रतिशत लोग संक्रमित हैं। जिनमें पुरूष 7.28 प्रतिशत और 1.06 प्रतिशत महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि कुल संक्रमित लोगों में 78.80 प्रतिशत पुरूष और 21.20 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।