दिल्ली

गैंगस्‍टर इमरान उर्फ राजेश स्‍पेशल सेल की सुपर कॉप जोड़ी से एनकाउंट के बाद गिरफ्तार

सुनील वर्मा

नई दिल्‍ली । दिल्‍ली पुलिस के स्‍पेशल सेल की सुपर कॉप जोडी एसीपी अतर सिंह और इंसपेक्‍टर शिवकुमार की टीम ने शनिवार को गंभीर वारदातों को अंजाम देने के बाद फरार चल रहे बाहरी दिल्‍ली के गैंगस्‍टर इमरान उर्फ राजेश को एक एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाश के तार दिल्ली के कुख्यात अपराधी राजेश बवाना उर्फ करमवीर, सुरेंदर उर्फ नीतू डबोडिया, अशोक उर्फ प्रधान, राजेश दुरमुट आदि से जुड़े रहे हैं।

डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक दक्षिणी रेंज के एसीपी अतर सिंह और इंसपेक्‍टर शिव कुमार व इंसपेक्‍टर करमवीर सिंह सिंह की टीम ने एक ठोस सूचना मिलने के बाद जब दिल्ली के रोहिणी स्थित गाँव शाहबाद दौलतपुर में एक घर में छिपे कुख्यात गैंगस्टर इमरान उर्फ राजेश (35) पुत्र  धरमवीर सिंह निवासी वीणा एन्क्लेव, नांगलोई, दिल्ली (मूल निवासी-ग्राम सिलाना, सोनीपत-हरियाणा) को पकडने के लिए जब घेराबंदी की तो उसने पुलिस पर गोली चला दी।

राजेश की पिस्‍टल से चली कांस्‍टेबल महेश को लगी लेकिन वह बुलेट प्रुफ जैकेट लगी और वह बच गया। पुलिस ने आतमरक्षा में गोली चलाई जिसमें एक गोली इमरान उर्फ राजेश को लगी जिसके बाद पुलिस स्‍पेशल सेल के शूटर्स ने उसे दबोच लिया और उसे इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। उसके कब्‍जे से 7 जिंदा कारतूस के साथ .32 बोर की एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद हुई है। स्पेशल सेल ने उसके खिलाफ विभिन्‍न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

डीसीपी कुशवाहा ने बताया कि इमरान उर्फ राजेश दिल्ली के कुख्यात बदमाशों जैसे राजेश बवाना उर्फ करमवीर, सुरेंदर उर्फ नीतू डबोडिया, अशोक उर्फ प्रधान, राजेश दुरमुट आदि के साथ मिलकर अपराध की गंभीर वारदातो को अंजाम दे चुका है।
इमरान उर्फ राजेश के बारे में स्पेशल सेल के एसीपी अतर सिंह व इंसपेकटर शिवकुमार को एक सूचना मिली थी कि वह रोहिणी के नांगलोई इलाके में कहीं छिपा है। इंसपेक्‍टर शिवकुमार की टीम को इस सूचना पर आगे की जानकारी जुटाने का जिम्‍मा सौंपा गया । मुखबिर तंत्र और इलाके की निगरानी के बाद इमरान उर्फ राजेश के बारे में ठोस जानकारी सामने आयी की वह गांव शाहबाद दौलतपुर में के एक घर में है जिसके बाद शनिवार को उसे दबोचने के लिए स्‍पेशल सेल की टीम को तुरंत उक्त गांव में भेजा गया। टीम के सदस्यों ने बाहरी दिल्ली के गांव शाहबाद दौलतपुर में उक्त घर को घेर लिया और इमरान को बाहर आकर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। लेकिन आत्मसमर्पण करने के बजाय, इमरान उर्फ राजेश ने टीम के सदस्यों पर गोलीबारी शुरू कर दी। कांस्टेबल महेश को एक गोली लगी थी लेकिन वह बुलैटप्रुफ जैकेट पहने हुए था। टीम के सदस्यों ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की जिसमें इमरान घायल हो
एसीपी अतर सिंह ने बताया कि इमरान उर्फ राजेश बाहरी दिल्ली का कुख्यात गैंगस्टर है। वह पहले दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, मकोका, चोट, आपराधिक धमकी, पुलिस पर हमला, हथियार अधिनियम सहित एक दर्जन से अधिक मामलों में शामिल है। अतीत में वह सुरेंद्र उर्फ नीतू दाबोडिया, राजेश बवाना उर्फ करमबीर, अशोक उर्फ प्रधान, राजेश डरमुट आदि सहित कई कुख्यात गैंगस्टर्स के साथ जुड़ा रहा हैं। उसे दिल्ली में दो हत्याओं और एक जबरन वसूली के मामलों में उपरोक्त गैंगस्टरों के साथ पहले भी गिरफ्तार किया गया है।

इमरान उर्फ राजेश ने पहले भी कई जघन्य अपराध किए है।  
1. वर्ष 2019 में, इमरान उर्फ राजेश ने अपने साथियों के साथ सुल्तानपुरी के एक व्यापारी से जबरन वसूली की मांग की थी। मना करने पर इस गिरोह के सदस्यों ने व्यवसायी पर गोली चला दी। इमरान उर्फ राजेश को इस मामले में घोषित अपराधी घोषित किया गया है। उसकी गिरफ्तारी की सूचना के लिए उस पर 25,000  रुपये की घोषणा की गई थी।
2. साल 2019 में नीरज भारद्वाज उर्फ नीरज घोघा को विशेष सेल की एक टीम गिरफ्तार किया था, लेकिन इमरान उर्फ राजेश मौके से फरार हो गए। इस मामले में इमरान उर्फ राजेश भगोडा घोषित करने की प्रक्रिया जारी है।
3. वर्ष 2006 में इमरान उर्फ राजेश ने सुरेंदर उर्फ नीतू दाबोडिया और अन्य सहयोगियों के साथ आपराधिक प्रतिद्वंद्विता के कारण पश्‍चिम विहार में जेपी नामक एक व्‍यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
4. साल 2011 में इमरान उर्फ राजेश ने राजेश उर्फ बवाना, राजेश उर्फ दुरमुट और अन्य सहयोगियों ने प्रतिद्वंद्विता के कारण राजा नामक व्‍यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
5. वर्ष 2013 में, इमरान उर्फ राजेश ने राजेश उर्फ बवाना ने सुल्तानपुरी के एक व्यापारी से 50 लाख रूपए जबरन वसूली की मांग की थी।
6. साल 2009 में इमरान उर्फ राजेश व उसके साथियों को दिल्ली के पीएस नरेला से संबंधित एक मामलें में मकोका के तहत गिरफ्तार किया गया था।

इमरान उर्फ राजेश पिछले एक साल से विशेष सेल और सुल्तानपुरी से जुड़े दो मामलों में फरार चल रहा था। वह हरियाणा के फरीदाबाद, गुड़गांव, सोनीपत, पानीपत, यमुनानगर, यूपी के सहारनपुर, उत्तराखंड के हरिद्वार और दिल्ली के विभिन्न स्थानों में इस अवधि के दौरान अपने ठिकाने बदलात रहा लेकिन स्‍पेशल सेल लगातार उसके बारे में खोजबीन करती रही। डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक इमरान स्कूल ड्रॉपआउट है। उसने दिल्ली के गाँव पूठ में पानी का प्लांट शुरू किया था, लेकिन सफल नहीं हो सका। इस बीच, वह गलत संगत में पडकर अपराध करने लगा। सबसे पहले वह राजेश उर्फ दुरमुट के संपर्क में आया, जिसने बाद में उसे सुरेंदर उर्फ नीतू दाबोडिया, राजेश बवाना और अशोक उर्फ प्रधान से मिलवाया। इनके साथ मिलकर इमरान ने कई गंभीर वारदातों को अंजाम दिया।

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