नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार की समीक्षा में पार्टी के नेता जुट गए हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी की हुई लंबी चर्चा के बाद शुक्रवार यानि आज प्रदेश बीजेपी कार्यालय में दिल्ली के नेताओं संग मनोज तिवारी बैठक करेंगे. इसमें प्रत्येक विधानसभा सीट की समीक्षा की जाएगी. समीक्षा रिपोर्ट राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी. आज होने वाली बैठक में विधानसभा चुनाव के सभी प्रत्याशी, प्रदेश पदाधिकारी, मंडल जिला के अध्यक्ष व कार्यकर्ताओं शामिल होंगे. उनसे यह जानने की कोशिश की जाएगी कि चुनाव प्रचार के दौरान उठाए गए मुद्दे को लेकर आम जनता की क्या प्रतिक्रिया थी.
बीजेपी विधायक दल के नेता चुनने की कवायद तेज
उधर, विधानसभा में पार्टी का नेता बनाने की कवायद तेज हो गई है. वरिष्ठता एवं एवं अनुभव के आधार पर दो नाम सामने आए हैं. इसमें रामवीर सिंह बिधूड़ी और करावल नगर विधानसभा से चुने गए विधायक मोहन सिंह बिष्ट का नाम भी शामिल है. रामवीर सिंह बिधूड़ी चौथी बार एवं मोहन सिंह बिष्ट पांचवीं बार विधानसभा में पहुंचे हैं. पार्टी सूत्रों की मानें तो बड़े नेता भी रामवीर सिंह बिधूड़ी को दल का नेता बनाने के पक्ष में है.
पिछली विधानसभा में विजेंद्र गुप्ता थे नेता विपक्ष
विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या भले ही आठ है, लेकिन इसमें कुछ कद्दावर और वरिष्ठ नेता भी विधानसभा में पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि पार्टी इस बार विधानसभा में विधायक दल की जिम्मेदारी किसी वरिष्ठ विधायक को देगी. बदरपुर से बीजेपी के विधायक चुने गए रामवीर सिंह बिधूड़ी पहली विधानसभा यानि वर्ष 1993 में सदन में दल का नेतृत्व कर चुके हैं. 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक के तौर पर सम्मानित किया था. बिधूड़ी बीजेपी से वर्ष 2013 में भी पहली बार चुने गए थे और इस बार हुआ दूसरी बार बीजेपी के टिकट पर बदरपुर से चुनाव जीते हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता मोहन सिंह बिष्ट करावल नगर विधानसभा से 2013 और 2015 को छोड़कर लगातार चुनाव जीतते रहे हैं. इस बार विधानसभा पहुंचे हैं. पिछले विधानसभा में नेता विपक्ष रहे विजेंद्र गुप्ता दूसरी बार रोहिणी से विधानसभा पहुंचे हैं. वह भी काफी अनुभवी हैं और उन्होंने 5 साल अपनी जिम्मेदारी काफी अनुभव के साथ पूरी की.
बता दें कि भाजपा विधानसभा चुनाव जीतने वालों में रामवीर सिंह बिधूड़ी, मोहन सिंह बिष्ट, विजेंद्र गुप्ता, अभय वर्मा, अनिल वाजपेयी, अजय महावर, ओपी शर्मा और जितेंद्र महाजन के नाम शामिल हैं.