नई दिल्ली । जेपी नड्डा यानी जगत प्रकाश नड्डा की आज बीजेपी के सबसे पावरफुल पद यानी अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हो गई है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में जेपी नड्डा ने बीजेपी अध्यक्ष पद की कमान संभाली। जेपी नड्डा को निर्विरोध ही राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। लोकसभा चुनाव में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी के चुनाव अभियान के प्रभारी थे, जहां पार्टी को सपा और बसपा के महागठबंधन से कड़ी चुनौती थी।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्रालय का पदभार संभालने वाले जेपी नड्डा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। जेपी नड्डा का ताल्लुकात बिहार और हिमाचल प्रदेश दोनों से है। तो चलिए नजर डालते हैं उनके सियासी सफर पर….
जेपी नड्डा को हिमाचल प्रदेश के कद्दावर नेताओं में शुमार किया जाता है। ब्राह्मण परिवार से ताल्लुकात रखने वाले जेपी नड्डा का जन्म 2 दिसंबर 1960 को बिहार की राजधानी पटना में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा और बीए की पढ़ाई पटना से हुई। उन्होंने एलएलबी की डिग्री हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से हासिल की।
जेपी नड्डा के पिता और माता का नाम डॉ. नारायण लाल नड्डा और कृष्णा नड्डा है। नड्डा के पिता नारायण लाल नड्डा पटना यूनिवर्सिटी के कुलपति थे। साल 1992 में जेपी नड्डा ने मल्लिका नड्डा के साथ शादी के बंधन में बंध गए। मल्लिका नड्डा हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर कार्य करती हैं। मल्लिका नड्डा के पिता जबलपुर से सांसद रह चुके हैं। जेपी नड्डा के दो बच्चे हैं।
जेपी नड्डा के राजनीतिक सफर की शुरुआत साल 1975 के जेपी मूवमेंट से हुई थी। देश के सबसे बड़ा आंदोलनों में शुमार इस मूवमेंट का जेपी नड्डा हिस्सा बने थे। इस आंदोलन में भाग लेन के बाद नड्डा बिहार की छात्र शाखा एबीवीपी में शामिल हो गए थे।
इसके बाद जेपी नड्डा ने साल 1977 में अपने कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव लड़ा था और इस चुनाव में जीत के बाद वे पटना यूनिवर्सिटी के सचिव बने थे।
पटना यूनिवर्सिटी से स्नातक होने के बाद नड्डा ने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में एलएलबी की पढ़ाई शुरू की।
इस दौरान उन्होंने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सीट में भी छात्र संघ का चुनाव लड़ा और उसमें उन्हें जीत हासिल हुई। बीजेपी ने जेपी नड्डा को साल 1991 में अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया।
नड्डा ने साल 1993 में हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर सीट से चुनाव लड़ा था इस पर उन्होंने शानदार जीत दर्ज की। उसके बाद नड्डा को प्रदेश की विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया।
1991 में जेपी नड्डा को भारतीय जनता युवा मोर्चा की कमान मिली थी। इसी दौर में अमित शाह युवा मोर्चा के कोषाध्यक्ष बने।
नड्डा ने साल 1998 और 2007 के चुनाव में इस सीट से फिर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इस दौरान नड्डा को प्रदेश की कैबिनेट में भी जगह दी गई। प्रेम कुमार धूमल की सरकार में उन्हें वन-पर्यावरण, विज्ञान व टेक्नालॉजी विभाग का मंत्री बनाया गया।
जेपी नड्डा के बेहतरीन काम को देखते हुए पार्टी ने साल 2012 में उन्हें हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा में भेजा। इस समय नड्डा राज्यसभा सांसद के तौर पर काम कर रहे हैं।
नड्डा ने कई देशों का दौरा किया है। इनमें अमेरिका, कोस्ट रिका, कतर, कनाडा, ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल है। जेपी नड्डा को विश्व तंबाकू नियंत्रण के लिए विशेष मान्यता पुरस्कार प्राप्त हुआ था।