नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और शिवसेना में जारी मंथन के बीच एनसीपी नेता शरद पवार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. हालांकि कहा जा रहा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार की प्रधानमंत्री मोदी से यह मुलाकात महाराष्ट्र में किसानों की समस्या को लेकर हुई, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है.
देश के 2 बड़े नेताओं के बीच करीब आधे घंटे की मुलाकात हुई. इस मुलाकात के बीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बुलाया गया था. प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के बाद शरद पवार ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को किसानों की समस्या के बारे में अवगत कर दिया है. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को अगले साल 31 जनवरी से 2 फरवरी के बीच होने वाले वंसत दादा सुगर इंस्टीट्यूट प्रोग्राम के लिए न्योता भी दिया है.
मोदी को पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से एक दिन पहले शरद पवार ने किसानों की समस्या को लेकर लंबा पत्र भी लिखा था. पत्र के बारे में पवार ने कहा कि दो जिलों में हुए फसल के नुकसान का डाटा एकत्र किया है. लेकिन मराठवाड़ा और विदर्भ समेत पूरे राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. नुकसान को लेकर आंकड़े जुटाए जा रहे हैं और उसे जल्द ही उन्हें भेज दिया जाएगा.
मोदी से मिलेंगे पवारः नवाब मलिक
इससे पहले एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने दोनों नेताओं के बीच मुलाकात को लेकर जानकारी दी थी. दोनों नेताओं की 12.30 बजे मुलाकात प्रस्तावित है.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बताया, शरद पवार प्रधानमंत्री से संसद भवन में दोपहर में मुलाकात करेंगे. मलिक ने कहा कि एनसीपी प्रमुख प्रधानमंत्री से महाराष्ट्र के किसानों को राहत देने की मांग करेंगे. बता दें कि शरद पवार और पीएम मोदी की मुलाकात की जानकारी शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को ही दी थी. उन्होंने कहा था कि हम किसानों के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. उन्होंने बताया कि ये मुलाकात शरद पवार की अगुवाई में ही होगी.
संजय राउत क्या बोले
दोनों नेताओं की मुलाकात से पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हमने भी शरद पवार से अनुरोध किया था कि वे राज्य की स्थिति के बारे में पीएम को जानकारी दें. महाराष्ट्र के सभी सांसद भी पीएम मोदी से मिलेंगे और हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि केंद्र उन्हें अधिकतम संभव सहायता प्रदान करे. उन्होंने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे किसानों के मुद्दे को लेकर दिल्ली आते हैं, और सभी सांसद पीएम से मिलते हैं ‘तो क्या खिचड़ी पकती है’? संसद के अंदर हों या बाहर, कोई भी पीएम से मिल सकता है. शरद पवार को राज्य की स्थिति का पता है.
बता दें, महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनाने के प्रयास जारी हैं. कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एक दूसरे की मदद से सरकार बनाने की कोशिश में लगी हैं लेकिन इसमें कुछ दिक्कतें आ रही हैं. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले शरद पवार ने सोमवार को कहा था कि बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और ‘उन्हें अपना रास्ता चुनना है’. संसद में मीडिया से बातचीत में पवार ने कहा, बीजेपी-शिवसेना ने साथ चुनाव लड़ा था, एनसीपी और कांग्रेस ने साथ चुनाव लड़ा था. उन्हें अपना रास्ता चुनना है और हमें अपनी राजनीति करनी है.