नई दिल्ली. पिछले कुछ समय से कर्नाटक प्रीमियर लीग देश भर में चर्चा में है. लेकिन अपने खेल के कारण नहीं बल्कि स्पॉट फिक्सिंग को लेकर. पिछले कुछ दिनों में कई खिलाड़ियों काे क्राइम ब्रांच पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है, जिसके बाद एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. फिलहाल तो बेंगलुरु पुलिस ने कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (Karnataka State Cricket Association) और फ्रेंचाइजियों को नोटिस भेजकर 18 सवाल पूछे हैं और उन्हें तय सीमा में जवाब देने के लिए कहा गया है. जॉइंट कमिश्नर क्राइम संदीप पाटिल ने कहा कि जांच में कुछ और टीम के मालिकों और कोचों के बारे में खुलासा हुआ है, इसीलिए कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन और कर्नाटक प्रीमियर लीग की सभी टीमों को नोटिस भेजा गया है.
गौतम के फंसने पर लगा था बड़ा झटका
इससे पहले पुलिस ने केपीएल (KPL) टीम बेल्लारी के कप्तान सी गौतम (C Gautam) और अबरार काजी (Abrar Anjum Kazi) को हिरासत में लिया था. दोनों खिलाड़ियों पर केपीएल के इस सीजन के खिताबी मुकाबले के दौरान स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप है. केपीएल का खिताबी मुकाबला बेल्लारी और हुबली के बीच खेला गया था. गौतम का नाम फिक्सिंग में आने से क्रिकेट जगत को बड़ा झटका लगा था, क्योंकि गाैतम आईपीएल की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स और मुंबई इंडियंस का भी हिस्सा रह चुके हैं. वहीं अबरार रणजी ट्रॉफी प्लेयर हैं.
कई खिलाड़ियों के दर्ज हुए बयान
पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच के दौरान कई और खिलाड़ियों के भी बयान दर्ज किए गए हैं. उन्हें सहयोग देने के लिए कहा गया है. साथ भी यह भी कहा गया है कि बुलाने पर उन्हें आना होगा. इन दो खिलाड़ियों से पहले निशांत सिंह शेखावत (Nishanth Singh Shekhawat) को पुलिस ने केपीएल में स्पॉट फिक्सिंग मामले से जुड़े होने के कारण गिरफ्तार किया था. शेखावत पर पिछले सीजन में बैंगलोर और बेलगावी टीम के बीच खेले गए मुकाबले में फिक्सिंग का आरोप है. उन पर आरोप है कि उन्होंने धीमी बल्लेबाजी के लिए पांच लाख रुपये लिए थे. जांच के दौरान पुलिस बालेगावी पैंथर्स के मालिक अली, बेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथन को भी गिरफ्तार कर चुकी है.