गाजियाबाद. डेढ़ माह से फरार चल रहीं 70 लाख रुपए गबन करने की आरोपी इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह व एक सिपाही ने गुरुवार को मेरठ के एंटी करप्शन कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इंस्पेक्टर पर गाजियाबाद में लिंक रोड में एचएचओ रहते हुए बरामदगी के रुपए गबन के आरोप हैं। इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान की अग्रिम जमानत याचिका मेरठ स्थित भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट ने खारिज कर दी थी। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई है।
कोर्ट के आदेश पर आरोपी इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजा गया। इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह पर एसएसपी गाजियाबाद द्वारा 25 हजार का इनाम रखा गया था। लक्ष्मी सिंह के साथ सिपाही धीरज भारद्वाज ने मेरठ में एंटी करप्शन की कोर्ट में सरेंडर किया है।
यह है मामला
साहिबाबाद साइट-4 औद्योगिक क्षेत्र स्थित सीएमएस इंफो सिस्टम कंपनी ने 22 अप्रैल को लिंक रोड थाने में कंपनी के कैश कस्टोडियन एजेंट राजीव सचान पर करीब 72.50 लाख रुपए गबन का केस दर्ज कराया था। जांच में मामला साढ़े तीन करोड़ के गबन का निकला। पुलिस ने 24 सितंबर की रात राजीव सचान को साथी आमिर के साथ गिरफ्तार कर उनसे 1.15 करोड़ रुपए बरामद किए थे, लेकिन पुलिस टीम ने करीब 70 लाख रूपए गायब कर दिया। एसएसपी ने लिंक रोड की तत्कालीन एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। साथ ही सभी के खिलाफ लिंक रोड थाने में मुकदमा दर्ज किया था। तभी से सभी पुलिसकर्मी फरार चल रहे हैं।