गाजियाबाद। जिला प्रशासन ने बृहस्पतिवार को लोनी की कृष्णा विहार कॉलोनी में करीब 30 प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की है। टीम ने बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त किया है। यहां ई-कचरा जलाया जा रहा था। डीएम-एसएसपी की मौजूदगी में हुई कार्रवाई के दौरान संचालकों में हड़कंप मच गया। यहां से 100 कुंतल से अधिक ई-कचरा जब्त किया गया है।
लोनी क्षेत्र प्रदूषण में गाजियाबाद से भी आगे है। प्रदूषण पर अकुंश लगाने के लिए लोनी में अवैध ई-कचरा को जलाने वाली फैक्ट्रियों पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। बृहस्पतिवार को लोनी के कृष्णा विहार कालोनी में डीएम अजय शंकर पांडेय, एसएसपी सुधीर कुमार, लोनी एसडीएम प्रशांत तिवारी, तहसीलदार प्रकाश सिंह, प्रदूषण विभाग, लोनी नगर पालिका, स्थानीय पुलिस समेत अन्य टीम पहुंची। यहां अवैध रूप से ई कचरा जलाने वाली फैक्ट्रियां पाईं गई।
टीम ने मौके पर छापेमारी की और 30 फैक्ट्रियों को बुलडोजर चलवाकर उन्हें ध्वस्त किया। यहां से 100 कुंतल से अधिक ई-कचरा बरामद हुआ। कार्रवाई के दौरान संचालकों में हड़कंप मच गया। टीम को देखकर फैक्ट्रियों में काम करने वाले सभी कर्मी भाग गए। डीएम अजय शकंर पांडेय ने बताया कि बरामद ई-कचरा और आसपास की वीडियोग्राफी कराई गई है। ई-कचरा कहां से आ रहा है। इसकी जांच कराई जा रही है। मामले में उन्होंने बार्डर थाना पुलिस को तलब किया है कि इतनी मात्रा में यहां कचरा आया कैसे।
ई-कचरे को हटाने के निर्देश दिए
डीएम अजय शंकर पांडेय ने संबंधित विभाग को बरामद ई कचरे को ट्रांसपोर्ट के जरिए हटाने के लिए कहा है। वहीं लोनी एसडीएम और तहसीलदार को निर्देश दिए हैं कि जिस मालिक की जमीन पर ये लोग अवैध रूप से फैक्ट्री चला रहे थे। उन्हें भी चिह्नित कर उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई जाए। उन्होंने बताया कि सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से अनुरोध किया गया है कि दिल्ली और यूपी की टीम संयुक्त रूप से मामले में जांच करे। उन्होंने दिल्ली के अधिकारियों से भी बार्डर इलाकों से लोनी में ई-कचरा लाने वालों पर कार्रवाई का आग्रह किया है।