नई दिल्ली। भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान से करतारपुर कॉरिडोर का उपयोग करने वाले तीर्थयात्रियों पर 20 डॉलर की सेवा शुल्क नहीं लगाने का आग्रह किया और उम्मीद जताई कि गुरु नानक की 550 वीं जयंती के लिए समझौते का समापन और समय पर हस्ताक्षर किया जा सकता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान के साथ कई दौर की चर्चा के बाद, हम सेवा शुल्क के मामले को छोड़कर अन्य सभी मुद्दों पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं। पाकिस्तान सभी तीर्थयात्रियों पर 20 डॉलर यानि लगभग 1,420 रुपये का शुल्क लगाने पर जोर दे रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान से भक्तों के हितों में ऐसा नहीं करने का आग्रह किया है, और यह भी क्योंकि यह पी2पी (पीपल टू पीपल) पहल है। हम आशा करते हैं कि समझौते का समापन हो सकता है और इस बड़े कार्यक्रम के लिए समय पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। नई दिल्ली में सेवा शुल्क जैसी शर्तों पर गंभीर गलतफहमी के बावजूद भारत और पाकिस्तान के बीच कॉरिडोर पर समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जो गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक को करतारपुर में दरबार साहिब गुरुद्वारे से जोड़ देगा।