नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित के पीसी चाको को लिखे पत्र पर विवाद अभी भी जारी है। इसी बीच कांग्रेस नेताओं का दावा है कि शीला दीक्षित ने अपनी मौत से पहले 17 जुलाई को सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में पीसी चाको की कई ऐसी गतिविधियों की जानकारी उन्हें दी गई थी, जो पार्टी हितों के खिलाफ जा रही थीं। हालांकि, उनके इस पत्र पर पार्टी ने तत्काल कोई संज्ञान नहीं लिया और 20 जुलाई को ही शीला दीक्षित की मौत हो गई थी।
संदीप दीक्षित के पत्र पर उठे तूफान के बाद शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पार्टी प्रवक्ता जितेंद्र कोचर ने कहा कि उनके पास वह चिट्ठी मौजूद है और सही समय पर वे इसे मीडिया के सामने लाएंगे। इस चिट्ठी से कई लोगों का पर्दाफाश हो जाएगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसका निर्णय सही समय पर लिया जाएगा। पीसी चाको पर नगर निगम चुनाव के दौरान भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं।
शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के पत्र के खुलासे के बाद दिल्ली कांग्रेस के पांच नेता शुक्रवार को मीडिया के सामने आए और कहा कि प्रदेश में पार्टी के पतन के लिए पीसी चाको सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। शीला दीक्षित के वफादार रहे रमाकांत गोस्वामी और किरण वालिया ने मांग की कि पीसी चाको को तत्काल प्रभाव से उनके पद से बर्खास्त किया जाए। इन नेताओं ने शीला दीक्षित के खिलाफ पीसी चाको के द्वारा उठाए गए कदमों के जांच की भी मांग की।