ह्यूस्टन. भारतीय अमेरिकी सिक्ख पुलिस अधिकारी की टेक्सास में ट्रैफिक रोकने की बात पर शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रशासनिक अधिकारी एड गोंजालेंज ने शनिवार को बताया कि पुलिस अधिकारी संदीप सिंह धालीवाल ने ड्यूटी के दौरान एक कार को रोका था, जिसमें एक महिला और पुरुष सवार थे। हमलावर ने कार से निकलते ही सिंह पर गोली चला दी। धालीवाल अमेरिका के पहले सिख डिप्टी शैरिफ थे।
अधिकारी गोंजालेंज के मुताबिक, जांच अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान धालीवाल के कैमरे में कैद कुछ तस्वीरें मिलीं, जिनकी मदद से हमलावर को पकड़ा गया। फुटेज को सभी अधिकारियों के साथ साझा कर दिया गया था। ऐसे में हमलावर की पहचान करना ज्यादा मुश्किल नहीं था। पुलिस ने हमलावर की कार भी बरामद कर ली है। महिला और पुरुष दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
10 साल से पुलिस विभाग में थे
अधिकारी गोंजालेंज के अनुसार, उप-प्रशासनिक अधिकारी धालीवाल एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन पर सभी अपनी जान छिड़कते थे। वे टैक्सास के एकमात्र अधिकारी थे, जो अपनी पगड़ी और दाढ़ी के साथ ड्यूटी करते थे। इसका मकसद संस्कृति की रक्षा करना भी था। सिंह बीते 10 साल से विभाग में काम कर रहे थे।
मेरी संवेदनाएं सिंह के परिवार के साथ: जयशंकर
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा- अमेरिका के ह्यूस्टन में सिख भारतीय-अमेरिकी अधिकारी डिप्टी संदीप सिंह धालीवाल का निधन बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। वहीं ह्यूस्टन कमिश्नर एड्रियन ग्रेसिया ने कहा- धालीवाल एक बेहतरीन अफसर थे। वे कई लोगों के लिए उदाहरण थे। वे अपने समुदाय का पूरे सम्मान और गर्व के साथ प्रतिनिधित्व करते थे।