गाजियाबाद। दो माह बीतने के बाद भी देश के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण संबंधी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। 400 करोड़ रुपये से बनने वाले इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की जुलाई में लखनऊ में ग्राउंड ब्रकिंग सेरेमनी हुई थी। यहां तक की उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) ने जीडीए (GDA) में इसका संशोधित नक्शा तक जमा नहीं किया है।
एचटी लाइनों की शिफ्टिंग का काम अटका
स्टेडियम के निर्माण में एचटी लाइनों की शिफ्टिंग का काम भी अटका हुआ है। इसके लिए यूपी पॉवर कॉरपारेशन ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) से 14 करोड़ रुपये की मांग की है। जबकि यूपीसीए ने इस मामले में रियायत मांगी है। राजनगर एक्सटेंशन में बनने वाले इस इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के बनने की पहले समयसीमा जून 2020 तय की गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर अक्टूबर 2021 कर दिया गया। इस बारे में कन्वीनर एवं गाजियाबाद क्रिकेट एसोसिएशन (GCA) के अध्यक्ष राकेश मिश्रा का कहना है कि स्टेडियम का संशोधित नक्शा जल्द जमा करा दिया जाएगा। एचटी लाइनों की शिफ्टिंग का मामला सुलझ गया है। जल्द ही इसका निर्माण शुरू हो जाएगा।
75 हजार दर्शकों के बैठने की होगी क्षमता
आपको बता दें कह इस क्रिकेट स्टेडियम में पहले 45 हजार दर्शकों की क्षमता तय की गई थी। बाद में खुदमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इसे देश का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। स्टेडियम में 75 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी। इसके साथ ही इस स्टेडियम की खासियत यह भी होगी कि इसमें बारिश में मैच नहीं रुकेगा। बारिश के दौरान स्टेडियम ऊपर से कवर कर दिया जाएगा।