नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऑड-ईवन रिटर्न्स स्कीम को फिर से लागू करने का ऐलान किया है. यह नियम 4 से 15 नवंबर के बीच लागू होगा. सीएम केजरीवाल ने कहा कि नवंबर के महीने में दिल्ली के आस-पास के राज्यों में पराली जलाई जाती है, इस वजह से दिल्ली गैस चेंबर बन जाता है. इसलिए एक बार फिर ऑड-ईवन फॉर्मूले को लागू करने का फैसला किया गया है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि हम प्रदूषण को रोकने के लिए केंद्र और पंजाब सरकार के साथ अपने स्तर पर काम कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठ सकती है. केजरीवाल ने कहा कि पिछले वर्षों में नवंबर के महीने में ऑड-ईवन को लागू करने से राज्य में प्रदूषण काफी कम हुआ है. दिल्ली एक ऐसा राज्य है जहां प्रदूषण कम 25 फीसदी कम हुआ है, सरकार की कोशिश है कि इसे और भी कम किया जाए.
केजरीवाल ने कहा कि इसे लेकर हमने जनता से सुझाव मांगें और एक्सपर्ट्स से चर्चा की थी. दीवाली पर पटाखे की वजह से ज्यादा धुंआ होता है, ऐसे में दिल्ली के लोगों को अपील करते हुए केजरीवाल ने कहा कि पटाखे ना जलाएं, यह सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर भी है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण से संबंधित शिकायतों का निपटारा करने के लिए वॉररूम भी बनाया जा रहा है. साथ ही दिल्ली में पर्यावरण मार्शल की भी नियुक्ति की जाएगी.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लगभग 1200 ई-मेल और कई विशेषज्ञों से सलाह मशविरे के बाद सरकार ने दिल्ली के प्रदूषण से निपटने के लिए योजना बनाई है. दिल्ली सरकार सामूहिक तौर पर प्रदूषण-मुक्त दीवाली मनाएगी. नवंबर में फिर ऑड-ईवन योजना लागू होगी. दिल्ली सरकार अक्टूबर से लोगों को मुफ्त मास्क उपलब्ध कराएगी.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जब प्रदूषण ज्यादा था तो ऑड ईवन लागू हुआ था और दिल्लीवालों ने इस फॉर्मूले को सफल बनाने में मदद की थी. अब दिल्ली के लोग प्रदूषण से लड़ने के लिए तैयार हैं, इस भरोसे के साथ सरकार एक बार फिर नवंबर में इसे लागू करने जा रही है. नए ट्रैफिक नियमों और चालान को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा, हम चाहते हैं कि यातायात के नियमों में सुधार हो. जब से नया नियम लागू हुआ है तो दिल्ली के ट्रैफिक में सुधार आया है.