गाजियाबाद : मधुबन-बापूधाम की तर्ज पर आवासीय योजनाओं में फ्लैटों के दाम कम किए जाएंगे। जीडीए अधिकारियों को 139वीं बोर्ड बैठक के मिनट्स का दस्तावेज मिला है। उससे मालूम हुआ कि पांच साल पहले मधुबन-बापूधाम में फ्लैट की कीमत कम की गई थी। तय हुआ है कि उसी को आधार बनाते हुए कीमत कम करने का प्रस्ताव सितंबर में आयोजित होने वाली बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।
रियल एस्टेट सेक्टर में सुस्ती का दौर चल रहा है। जीडीए आय अर्जित करने के लिए बने हुए फ्लैट बेचने के तमाम प्रयास कर रहा है। लेकिन लोग निवेश करने से बच रहे हैं। मौजूदा दौर के हिसाब से लोगों को कीमत ज्यादा लग रही है। इन हालातों को देखते हुए जीडीए अधिकारियों ने फ्लैट की कीमत कम करने का फैसला किया था। जीडीए वीसी ने कंटीजेंसी चार्ज और पर्यवेक्षण शुल्क घटाने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए थे। इस पर अधीनस्थों ने काम करना शुरू किया तो 30 जनवरी 2014 का आयोजित 139वीं बोर्ड बैठक की फाइल हाथ लगी। उसमें पाया कि मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में दोनों शुल्क घटाने की प्रक्रिया पहले ही अपनाई जा चुकी है। तब कंटीजेंसी चार्ज 15 प्रतिशत से घटाकर दो प्रतिशत किए गए थे। पर्यवेक्षण शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत किया गया था। जीडीए वीसी को इस निर्णय से अवगत कराया गया है। उन्होंने अभियंत्रण अनुभाग को निर्देश दिया है कि इस निर्णय को आधार मानते हुए चंद्रशिला, कोयल एंक्लेव, इंद्रप्रस्थ, इंदिरापुरम और वैशाली योजना में बने फ्लैट की कीमत निर्धारित की जाए।
मधुबन-बापूधाम में फ्लैट की कीमत कम करने के लिए पांच साल पहले बोर्ड बैठक में निर्णय हुआ था। उसी निर्णय को आधार बनाते हुए बाकी आवासीय योजनाओं में फ्लैट की कीमत का आकलन करने के लिए कहा गया है। – कंचन वर्मा, वीसी, जीडीए