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भगवान राम के वंशज को लेकर छिड़ी बहस, श्री राजपूत करणी सेना ने खुद को बताया लव के वंशज

जयपुर। जनवरी 2017 में संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ का जमकर विरोध करने वाली श्री राजपूत करणी सेना के एक धड़े ने दावा किया है कि वह भगवान राम के बड़े पुत्र लव के वंशज हैं. इससे पहले जयपुर की पूर्व राजकुमारी दिया कुमारी ने दावा किया था कि वह कुश की वंशज हैं.

सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या जमीन विवाद मामले की सुनवाई चल रही है, लेकिन इन दिनों राजस्थान के राजपूतों में एक बहस छिड़ गई है कि भगवान राम के असली वंशज कौन हैं. इस विवाद में कूदते हुए श्री राजपूत करणी सेना ने भगवान राम से नाता जुड़ने का दावा किया है.श्री राजपूत करणी सेना के संयोजक लोकेंद्र सिंह कालवी ने दावा किया कि वह भगवान राम के बड़े पुत्र लव के वंशज हैं. वह सिसोदिया राजपूत हैं जो लव के वंशज माने जाते हैं.

सुप्रीम कोर्ट के सवाल से शुरू हुआ विवाद

इस विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब पिछले हफ्ते 9 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि क्या राम का कोई वंशज है, जवाब में राम जन्म भूमि की ओर से वकील ने कहा था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन जयपुर राजघराने की वंशज और पूर्व राजकुमारी दीया सिंह ने दावा किया कि जयपुर का राजघराना भगवान श्री राम के बेटे कुश का वंशज है और इसका दस्तावेज जयपुर राजघराने के पास मौजूद है.

राम के वशंज होने का दावा करते हुए लोकेंद्र कालवी ने यह भी कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में चल रहे विवाद का हिस्सा बनना चाहेंगे, पूरे विवाद का जल्द से जल्द निपटारा हो.

कई और घरानों का दावा

लोकेंद्र कालवी ने जयपुर की पूर्व राजकुमारी दिया कुमारी का समर्थन करते हुए कहा कि वह कुश की वंशज हैं और हम लव के वंशज हैं. हालांकि उन्होंने यह साफ करने की कोशिश की कि यह बहस राम के वंशजों के बारे में नहीं बल्कि अयोध्या की भूमि को लेकर है.

राजस्थान के राजसमंद से बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने पिछले दिनों दावा किया कि वह श्री राम की वंशज हैं और श्रीराम के बेटे कुश से उनका रजवाड़ा निकला है. उनके इस दावे के बाद राजस्थान का मेवाड़ राजघराने ने भी भगवान श्रीराम के वंशज होने का दावा किया.

दीया कुमारी ने एक पत्रावली के जरिए इसके सबूत भी पेश किए जिस पर अयोध्या के राजा श्री राम के वंश के सभी पूर्वजों का क्रमवार नाम लिखा हुआ है. इसी में 209वें वंशज के रूप में सवाई जयसिंह और 307वें वंशज के रूप में महाराजा भवानी सिंह का नाम लिखा हुआ है.

मेवाड़ राजघराने के महेंद्र सिंह मेवाड़ ने भी दावा किया कि मेवाड़ राजपरिवार भगवान राम के पुत्र लव का वंशज है. मेवाड़ के पूर्व राजकुमार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने दावा करते हुए बताया था कि कर्नल जेम्स टॉड ने अपनी पुस्तक ‘एनल्स एंड एंटीक्विटीज ऑफ राजस्थान’ में जिक्र किया था कि श्रीराम की राजधानी अयोध्या थी और उनके बेटे लव ने लव कोट यानी लाहौर बसाया था. जबकि लव के वंशज बाद में गुजरात से होते हुए आहार यानी मेवाड़ में आकर बस गए जहां सिसोदिया राज्य की स्थापना हुई.

पूर्व राजकुमार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने अपने दावे में कहा कि मेवाड़ का राज प्रतीक सूर्य है. श्रीराम भी शिव के उपासक थे और मेवाड़ परिवार भी भगवान शिव का उपासक है. यह मेवाड़ आज श्रीराम के वंशज होने के दावे को प्रमाणित करता है.

कांग्रेस प्रवक्ता का भी दावा

राम के वंशज होने के दावे पर राजस्थान में चल रहे विवाद पर कांग्रेस प्रवक्ता सत्येंद्र सिंह राघव ने भी भगवान राम के वंशज होने पर अपनी दावेदारी ठोक दी. सत्येंद्र सिंह राघव ने दावा किया कि लव और कुश राम-सीता के जुड़वा बेटे थे. कुश को दक्षिण कौशल यानी छत्तीसगढ़ में और लव का उत्तर कौशल में अभिषेक किया गया था. उन्होंने इसकी पुष्टि के लिए वाल्मीकि रामायण के पेज नंबर-1671 का उल्लेख भी किया.

कांग्रेस प्रवक्ता सत्येंद्र सिंह राघव ने अपने दावे की पुष्टि के लिए कहा कि कालिदास की कालजयी रचना रघुवंश के अनुसार राम ने अपने पुत्र लव को शरावती का और कुश को कुशावती का राजा बनाया था.

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