अदन। सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने रविवार को यमन के बंदरगाह शहर अदन के एक सैन्य ठिकाने पर हवाई हमले किए। इन हमलों का मकसद यमन की सरकार के खिलाफ तख्तापलट की कोशिश को नाकाम करना बताया गया है।
यमन सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि इस हमले से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) समर्थित अलगाववादी धड़े सदर्न ट्रांजिसनल काउंसिल (STC) की यमन के राष्ट्रपति भवन और सैन्य ठिकाने पर कब्जे की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। STC ने भी हवाई हमले के बाद अपनी सेना वापस बुलाने की बात स्वीकार की है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, यमन में बीते गुरुवार से शुरू हुई ताजा जंग में 40 लोग मारे जा चुके हैं और 260 घायल हो गए। सऊदी अरब समर्थित राष्ट्रपति आबिदरब्बू मंसूर हादी की सरकार ने UAE पर STC के जरिये तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया है।
अदन की इस लड़ाई से अलगाववादियों और यमन सरकार की वफादार सेना के बीच की अदावत सामने आ गई है। दोनों इससे पहले राजधानी सना पर कब्जा जमाए ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों के खिलाफ साथ मिलकर लड़ चुके हैं। सऊदी अरब के उप रक्षा मंत्री खालिद बिन सलमान ने इस लड़ाई को तुरंत खत्म करने के आदेश दिए हैं। यूएई के विदेश मंत्री अब्दुला बिन जायद अल-नाहयान ने भी कहा है कि संकट को सुलझाने की सारी कोशिशें की जा रही हैं।