गाजियाबाद : सीलिग के विरोध में रविवार को व्यापारियों ने बाजार बंद रखे। न्यू कालकागढ़ी नेहरूनगर में धरना जारी रखा। महानगर उद्योग व्यापार मंडल के नेतृत्व में चल रहे धरने में व्यापारियों ने जीडीए के खिलाफ नारे लगाए। एक अधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगाए। समाजवादी पार्टी ने इस धरने के समर्थन किया है। व्यापारी की मांग है, रिहायशी क्षेत्र में बने पुराने बाजारों को व्यवसायिक क्षेत्र घोषित किया जाए या फिर दूसरे वाणिज्यिक क्षेत्र विकसित कर उन्हें उसमें विस्थापित किया जाए।
जीडीए ने शनिवार को आंबेडकर रोड, राकेश मार्ग और न्यू कालकागढ़ी नेहरूनगर मार्बल मार्केट में पांच दुकानों और एक स्कूल को सील किया दिया था। व्यापारियों ने विरोध में दो जगह जीडीए टीम के सामने ही सील तोड़ दी थी। इस पर जीडीए टीम के साथ गई पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी थी। बाद में व्यापारियों ने बाजार से लेकर जीडीए कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला था। अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। इस मामले में जीडीए ने सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में एक व्यापारी के खिलाफ थाना सिहानी गेट में तहरीर भी दी थी। व्यापारी इस बात पर अड़े हुए थे कि जीडीए को आगे सीलिग की कार्रवाई नहीं करने देंगे। उन्होंने न्यू कालकागढ़ी नेहरू नगर में धरना देना शुरू कर दिया था। यह धरना रविवार को बदस्तूर जारी रहा।
महानगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष गोपीचंद ने कहा कि व्यापारी ईमानदारी से व्यापार कर रहे हैं। लाखों-करोड़ों रुपये टैक्स सरकार को व्यापारियों से मिलता है। व्यापारियों के बूते ही बैंक चल रहे हैं। हजारों परिवारों को रोजगार मिल रहा है। रिहायशी इलाकों में बने इन बाजारों को दो से तीन दशक हो गए हैं। जीडीए को चाहिए कि शमन शुल्क लेकर रिहायशी इलाकों में बनी दुकानों को कॉमर्शियल का टैग दे दिया जाए या फिर नए व्यवसाय क्षेत्र विकसित करके इन दुकानों को उसमें शिफ्ट किया जाए। यह मांगे नहीं मानी तो धरना चलता रहेगा। धरना स्थल पर व्यापारी जीडीए के एक अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नजर आए। साथ ही अधिकारी के खिलाफ आरोप लगाती तख्ती हाथ में लिए बैठे रहे। व्यापारियों का आरोप है कि सीलिग की कार्रवाई सरकार या जीडीए का खजाना भरने के इरादे से नहीं, बल्कि अपने निजी स्वार्थों के लिए की जा रही है। व्यापारियों ने तय किया है कि सोमवार को जीडीए पर प्रदर्शन करेंगे।
मिल रहा राजनीतिक समर्थन
व्यापारियों के विरोध को राजनीतिक समर्थन मिलने लगा है। न्यू कालकागढ़ी नेहरूनगर में चल रहे धरने पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री सतीश शर्मा पहुंचे। उन्होंने जीडीए की कार्रवाई को व्यापार विरोधी बताते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मुन्नी और महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी भी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने जीडीए की कार्रवाई को गलत ठहराते हुए सरकार को घेरने का प्रयास किया। कहा कि जितना व्यापार बढ़ेगा रोजगार के उतने अवसर बढ़ेंगे, लेकिन मौजूदा दौर में रोजगार के अवसर बढ़ाने की बजाए व्यापारियों को परेशान कर यह अवसर घटाने की कोशिश चल रही है।
रिहायशी इलाकों में रोकने के बावजूद लोग तेजी से दुकानें खोलते जा रहे हैं। उन पर अंकुश लगाना जरूरी है। इससे रिहायशी इलाके में रहने वाले लोगों को समस्या होती है। – संतोष कुमार राय, सचिव, जीडीए