नई दिल्ली। प्रख्यात तबला वादक जाकिर हुसैन, शास्त्रीय नृत्यांगना सोनल मानसिंह, नृत्यांगना जतिन गोस्वामी और वैज्ञानिक के कल्याणसुंदरम पिल्लै को संगीत नाटक अकादमी का फेलो चुना गया है। मंगलवार को आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी दी गई। इसके अलावा विख्यात शास्त्रीय गायक मधुप मुद्गल, रंगकर्मी संजय उपाध्याय, अभिनेता टीकम जोशी, लोकगायिका मालिनी अवस्थी समेत 44 कलाकारों को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है।
संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक 26 जून को गुवाहाटी में संगीत नाटक अकादमी की आम परिषद में 2018 के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के लिए इन कलाकारों का चयन किया गया। जनरल काउंसिल ने इनके अलावा संगीत, नृत्य और नाटक, कठपुतली और संपूर्ण योगदान के लिए 44 अन्य कलाकारों के नामों की भी घोषणा की। इनमें तीन को संयुक्त रूप से पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार के लिए 18 युवा कलाकारों का चयन किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक विशेष कार्यक्रम में कलाकारों को पुरस्कृत करेंगे।
संगीत के क्षेत्र में 11, नृत्य एवं अदाकारी के क्षेत्र में नौ-नौ कलाकारों का चयन किया गया है। लोक कला, आदिवासी नृत्य एवं संगीत के लिए 10 कलाकारों को चुना गया है। दीवान सिंह बजेली और पुरु दधीच को संपूर्ण योगदान/स्कॉलरशिप के लिए चुना गया है। अकादमी की ओर से फेलो को 3-3 लाख, अकादमी पुरस्कार के लिए 1-1 लाख और बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार के लिए कलाकारों को 25-25 हजार रुपये, प्रशस्तिपत्र और अंगवस्त्रम दिए जाएंगे।
संगीत के क्षेत्र में 11 कलाकारों को पुरस्कार
संगीत के क्षेत्र में जिन 11 कलाकारों को चुना गया है उनके नाम हैं- मणि प्रसाद, मधुप मुद्गल (हिंदुस्तानी संगीत), तरुण भट्टाचार्य (संतूर), तेजेंद्र नारायण मजूमदार (सरोद), अलामेलू मणि, मल्लादी सूरीबाबू (कर्नाटक संगीत), एस. कासिम और एस. बाबू (संयुक्त पुरस्कार नादस्वरम), गणेश और कुमारेश (संयुक्त पुरस्कार वायलिन), सुरेश वाडकर, शांति हीरानंद (सुगम संगीत), एच. अशंगबी देवी (नट संकीर्तन)।
नृत्य के क्षेत्र में 10 कलाकारों को पुरस्कार
नृत्य के क्षेत्र में भरतनाट्यम के लिए राधा श्रीधर, कथक के लिए इशिरा और मौलिक शाह (संयुक्त पुरस्कार), मणिपुरी के लिए अखम लक्ष्मी देवी, कुचीपुड़ी के लिए पसुमूर्ति रामलिंग शास्त्री, ओडिसी के लिए सुरूप सेन, सत्रिया के लिए टंकेश्वर हजारिका बोरबयान, मोहिनीअट्टम के लिए गोपिका वर्मा, छऊ के लिए तपन कुमार पटनायक, समकालीन नृत्य के लिए दीपक मजूमदार को चुना गया है।
रंगमंच में राजीव, संजय, टीकम जोशी का चयन
रंगमंच के क्षेत्र में नाट्य लेखन के लिए राजीव नाईक और लल्टुलांग्लियाना खियांगटे, निर्देशन के लिए संजय उपाध्याय और एस. रघुनंदन, अभिनय के लिए सुहास जोशी और टीकम जोशी, मूक अभिनय के लिए स्वप्न नंदी, रंगमंच की अन्य प्रमुख परम्पराओं के लिए भगवत ए. एस. नन्जप्पा (यक्षगान), कुटियट्टम के लिए ए.एम. परमेश्वरन कुट्टन चक्कीयार शामिल हैं।
पारंपरिक और आदिवासी कलाओं में इनकी कला को सलाम
पारंपरिक / लोक / जनजातीय संगीत / नृत्य / रंगमंच और कठपुतली के क्षेत्र में मालिनी अवस्थी (लोक संगीत, उत्तर प्रदेश), नरेंद्र सिंह नेगी (लोक गीत, उत्तराखंड), गाजी खान बरना (खरताल, राजस्थान), मो. सादिक भगत (भांड पाथेर जम्मू-कश्मीर), कोटा सच्चिदानंद शास्त्री (हरिकथा, आंध्र प्रदेश), अर्जुन सिंह ध्रुवे (लोक नृत्य, मध्य प्रदेश), सोमनाथ बट्टू (लोक संगीत, हिमाचल प्रदेश) अनुपमा होसकरे (कठपुतली , कर्नाटक), हेम चंद्र गोस्वामी (मुखौटे बनाना, असम)