गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित एक बैंक में फर्जी दस्तावेजों से खाता खुलवाकर चेक में फर्जीवाड़ा कर 66 लाख रुपये उड़ाने वाले गिरोह के छह सदस्य को अन्य मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह का मुख्य सरगना अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस आरोपितों को जेल भेजने के बाद गिरोह के सरगना की तलाश में जुटी है।
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि वसुंधरा सेक्टर-13 स्थित साउथ इंडियन बैंक की शाखा में बीते साल दिसंबर में वसुंधरा सेक्टर-11 के रहने वाले अभिषेक ने मैसर्स इटेलिक सर्विस के नाम से खाता खुलवाया। इस खाते में कुल 126 चेक लगाए गए, जिनमें से 113 पास होकर खाते में धनराशि पहुंची। बैंक ने इंदिरापुरम थाने में दर्ज कराई एफआईआर में आरोप लगाया है कि खाते में जो चेक लगाए गए उनकी जांच में पाया गया कि चेक में हेराफेरी की गई है। चेक एक बीमा कंपनी के नाम पर थे जिन्हें इंदिरापुरम के एक एटीएम में डाला गया था। आरोपी ने चेक में एक अक्षर(आई) जोड़कर उसे अपनी कंपनी के नाम पर बना दिया और खाते में लगाकर चेक क्लीयर होने पर धनराशि निकाल ली। इस तरह कुल 66.68 लाख रुपये की धनराशि निकालकर बैंक को नुकसान पहुंचाया गया है। जांच के बाद खाते को फ्रिज कर दिया गया। मौजूदा समय में खाते में सिर्फ दो लाख रुपये बाकी हैं। बैंक ने जब खाताधारक के पहचान पत्रों की जांच की तो आधार भी फर्जी निकला और घर के पते पर भी आरोपी मौजूद नहीं पाया गया। इसके बाद बैंक ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। बैंक में खाता खुलवाने वाला अभिषेक नाम का आरोपित फरार है। उसके गिरोह के 6 साथी कॉल सेंटर फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किए गए हैं।