नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. कर्ण सिंह ने पार्टी नेताओं को सलाह दी है की वो राहुल गांधी के फ़ैसले का सम्मान करें और उनको मनाने में समय बर्बाद ना करें. कर्ण सिंह ने सलाह दी है की पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई जाए. उन्होंने कहा कि इस से पहले की ज़्यादा देर हो जाए पार्टी एक अंतरिम अध्यक्ष, चार कार्यकारी अध्यक्ष या उपाध्यक्ष बनाए.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के 25 मई को इस्तीफा देने के बाद से पार्टी में जो भ्रम और भटकाव देखने को मिला है, मैं उससे हैरान हूं. करन सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि राहुल के साहसिक फैसले का सम्मान करने के बजाय एक महीने तक उनका इस्तीफा वापस लेने की अपील करके समय बर्बाद किया गया.
कर्ण सिंह बोले भटकाव की स्थिति से हैरान हूं
कर्ण सिंह ने लिखा कि मैं करीब 50 साल पहले सन् 1967 में कांग्रेस ज्वाइन की थी. मैं 25 मई को राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद से पार्टी में जो भ्रम और भटकाव की स्थिति पैदा हुई है, मैं उससे हैरान हूं. उनके साहस भरे फैसले का सम्मान करने के बजाय उनको मनाने में एक महीना बर्बाद किया गया किसी के सम्मान और गरिमा वाले शख्स के लिए ये गलत है, इसके लिए उन पर दबाव नहीं बनाया जाना चाहिए. 6 हफ्ते बीत चुके हैं और अभी तक पार्टी का कोई वैकल्पिक ढांचा तैयार नहीं हुआ है.
जल्द बनाएं अंतरिम अध्यक्ष
उन्होंने कहा कि मैं कार्यसमिति से दृढ़ता से आग्रह करता हूं कि वह बिना किसी देरी के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में बैठक करें और ज़रूरी फैसले लें. उन्होंने कहा कि इस बैठक में पार्टी के अगले अध्यक्ष के चुनाव से पहले अंतरिम अध्यक्ष का भी नाम तय किया जाए.
उन्होंने कहा कि इससे पहले की ज़्यादा देर हो जाए पार्टी एक अंतरिम अध्यक्ष, और उत्तर, दक्षिण, पूर्व-पश्चिम चारों ज़ोन के लिए चार कार्यकारी अध्यक्ष या उपाध्यक्ष बनाए. इससे युवाओं को पार्टी पदों पर काम करने का अनुभव मिलेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी में जितने लंबे समय पार्टी में अस्थिरता बनी रहेगी तब तक देश भर में कांग्रेस के समर्थक और वोटर्स हतोत्साहित होंगे. इससे पहले कि बहुत देर हो जाए इस नकारात्मक चक्र को जल्द से जल्द बदलना होगा. बता दें कर्नाटक में 13 विधायकों के इस्तीफे के बाद राजनीतिक संकट और गहराता जा रहा है.