पटना। लोकसभा चुनाव के बाद से ही बिहार की सियासत से राष्ट्रीय जनता दल के नेता और लालू के छोट बेटे तेजस्वी यादव गायब हैं. ऐसे में लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव इन दिनों काफी सक्रिय हो गए हैं और शुक्रवार को ‘तेज सेना’ का गठन करेंगे. तेज प्रताप ने इस संगठन से बिहार के युवाओं से जुड़ने की अपील की है.
बता दें कि तेज प्रताप यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ का गठन किया था. इस संगठन का गठन उन्होंने छोटे भाई तेजस्वी से नाराज होने के बाद किया था और आरजेडी के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिए थे. आरजेडी के लिए मुसीबत बने अपने संगठन ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ के बारे में तेज प्रताप ने कहा था कि यह आरजेडी से अलग नहीं है.
‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ के बाद अब तेज प्रताप यादव ‘तेज सेना’ बनाने जा रहे हैं. इसे शुक्रवार को लॉन्च करेंगे. इस सेना से जुड़ने के लिए युवाओं से अपील की है. तेज प्रताप यादव ने ट्वीट कर कहा है कि ‘तेज सेना’ परिवर्तन लाने वालों के लिए ‘ऑनलाइन प्लेटफॉर्म’ होगा. हालांकि तेज प्रताप अपने इस सेना के जरिए क्या करेंगे यह स्पष्ट नहीं है. इसके अलावा यह बात भी साफ नहीं है कि तेज सेना आरजेडी से अलग होगी या फिर उससे जुड़ी रहेगी.
तेज प्रताप ने इसके पहले ‘यदुवंशी सेना’ बनाई है, जिसके वे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. बिहार में 12 फीसदी यादव समुदाय की आबादी है. इसके जरिए उन्होंने यादव समुदाय के युवाओं को अपने साथ जोड़ा था. लोकसभा चुनाव के दौरान जिस आक्रामक अंदाज में तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार किया इससे वे एक बड़े कद के नेता के तौर पर उभरने लगे थे. उन्हें काफी तवज्जो मिलनी शुरू हो गई थी. हालांकि लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद जिस तरह से तेजस्वी यादव ने मैदान छोड़ दिया उससे गलत संदेश जाने लगा. वहीं, तेज प्रताप यादव को भी अपनी पत्नी से विवाद के बाद तलाक की अर्जी देने के बाद गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. ऐसे में अब तेज प्रताप यादव तेजस्वी की गैर-मौजूदगी में एक्टिव हैं.