विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर में अब सांस लेना मुश्किल हो गया है. हर तरफ हवा में प्रदूषण का ज़हर बढ़ रहा है. आलम यह है कि लोगों को सांस लेने में जलन का एहसास हो रहा है. सुबह के वक्त दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में हल्की धुंध की चादर भी दिखाई दे रही है. यमुना यमुना नदी में जहरीला झाग तैरता हुआ दिखाई दे रहा है. वहीं, शनिवार को केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार राजधानी में शनिवार सुबह 6:15 बजे तक औसत AQI 363 अंक बना हुआ है, जो बेहद खराब श्रेणी में माना जाता है.
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बीते शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.02 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 24.05 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड दर्ज किया गया है. मौसम पूर्वानुमान विभाग के अनुसार आज शनिवार सुबह भी दिल्ली में धुंध की चादर बिछी दिखेगी.
MD के अनुसार, आज दिन का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक रहने की उम्मीद है. वहीं ठंड की बात करें तो मौसम विभाग ने अभी 15 नवंबर के बाद ही राजधानी के तापमान में गिरावट आने की संभावना जताई है.
दिल्ली में प्रदूषण को काबू करेगा ड्रोन: आतिशी सरकार की तरफ से दिल्ली का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट आनंद विहार में प्रदूषण की रोकथाम के लिए ड्रोन से पानी का छिड़काव शुरू किया गया. ड्रोन से पानी के छिड़काव को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया है. यदि यह प्रोजेक्ट सफल होता है तो दिल्ली के अन्य हॉटस्पॉट में भी ड्रोन से पानी का छिड़काव किया जाएगा.
सांस के मरीजों के लिए कठिन समय: एम्स दिल्ली के पल्मोनरी, क्रिटिकल केयर और स्लीप मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. करण मदान के मुताबिक,” वायु प्रदूषण के वजह से मरीजों को बहुत सी समस्याएं हो रही हैं. कई मरीज गंभीर रूप से बिगड़े हुए अस्थमा के साथ आए अस्पताल में आए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की भी आवश्यकता पड़ी है. मरीजों के लिए यह कठिन समय है जिन्हें सांस की समस्या है.” उन्होंने आगे कहा कि जिन मरीजों को सांस की समस्या है उन्हें बाहरी गतिविधियों से बचना चाहिए. यदि व्यायाम करना चाहते हैं, तो बेहतर होगा. घर के अंदर व्यायाम करें ताकि आपका वायु प्रदूषण के संपर्क में कम आए. यदि अस्थमा है, तो नियमित रूप से अपने इनहेलर लें.
यमुना नदी के पानी में झाग ही झाग: कालिंदी कुंज में यमुना नदी में जहरीला झाग तैरता हुआ दिखाई दे रहा है. नदी में प्रदूषण का स्तर अभी भी उच्च बना हुआ है. दृश्यों में क्षेत्र में धुंध की एक परत भी दिखाई दे रही है, क्योंकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है.
शनिवार को दिल्ली में 363 अंक रहा औसत AQI: केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड सीपीसीबी के अनुसार, राजधानी में शनिवार सुबह 7:30 बजे तक औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक 363 अंक बना हुआ है. जबकि दिल्ली एनसीआर के शहर फरीदाबाद में 226, गुरुग्राम में 263, गाजियाबाद में 296, ग्रेटर नोएडा में 284 और नोएडा में 266 अंक बना हुआ है.
वहीं, दिल्ली के चार इलाकों बवाना में 412, न्यू मोती बाग में 410, रोहिणी में 407 और विवेक बिहार में 403 अंक बना हुआ है. दिल्ली के अधिकांश इलाकों में AQI लेवल 300 से ऊपर 400 के बीच में है. अलीपुर में 388, आनंद विहार में 397,आया नगर में 353, मथुरा रोड में 340, डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 388, द्वारका सेक्टर 8 में 365, आईजीआई एयरपोर्ट में 339,आईटीओ में 360, जहांगीरपुरी में 393, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 340, लोधी रोड में 326, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 390, मंदिर मार्ग में 370, मुंडका में 383, नजफगढ़ में 369, नरेला में 392, राजेंद्र नगर में 395, एनएसआईटी द्वारका में 369, पटपड़गंज में 390, पंजाबी बाग में 400, आरके पुरम में 377, पूषा में 333, शादीपुर में 389, सिरी फोर्ट में 371, सोनिया बिहार में 393 और वजीरपुर में 400 अंक बना हुआ है.
वायु गुणवत्ता सूचकांक के बारे में जानिए : एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे ‘अच्छी’ श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘अत्यंत खराब’, 400-500 को गंभीर और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं.